लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोकसभा चुनाव के लिए होली के बाद भाजपा के चुनाव प्रचार में जुटेंगे। उनके चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत 27 मार्च से शुरू होने वाले प्रबुद्ध सम्मेलनों की श्रृंखला से होगी। योगी प्रत्येक दिन तीन लोकसभा क्षेत्रों में प्रबुद्ध सम्मेलनों को संबोधित करेंगे।
प्रत्येक दिन वह पहले प्रबुद्ध सम्मेलन को सुबह 11 बजे, दूसरे को दोपहर एक बजे और तीसरे को दोपहर तीन बजे संबोधित करेंगे। उनका पहला प्रबुद्ध सम्मेलन 27 मार्च को भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा से शुरू होगा। फिलहाल मुख्यमंत्री की ओर से संबोधित किए जाने वाले प्रबुद्ध सम्मेलनों का 27 से 31 मार्च तक का तिथिवार कार्यक्रम तय हो चुका है।
बताया जा रहा है कि योगी 27 से 31 मार्च तक प्रबुद्ध सम्मेलनों में हिस्सा लेंगे। भाजपा की चुनाव प्रबंधन टीम ने इसका जो खाका तैयार किया है उसमें उन सीटों को प्राथमिकता में शामिल किया गया है, जिसमें पहले दो चरणों में चुनाव होने हैं। प्रबुद्ध सम्मेलनों में योगी की भागीदारी की शुरुआत भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा से होगी। विकास के साथ ही आस्था के पिच पर चुनावी बैटिंग करने उतरी भाजपा के सियासी अजेंडे में मथुरा की भी अहमियत है। कृष्ण की धरती से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा व राममंदिर के निर्माण की उपलब्धि पर जब योगी बात करेंगे तो उन आकांक्षाओं को भी बल मिलेगा, जिसके तार मथुरा से जुड़े हैं। समाज में माहौल बनाने वाले प्रबुद्धजनों के बीच अजेंडा सेट कर भाजपा के लिए इसे नीचे तक पहुंचाना आसान होगा। इसी दिन योगी मेरठ और गाजियाबाद में भी सम्मेलन करेंगे।
योगी होली के बाद पांच दिनों में 15 प्रबुद्ध सम्मेलनों में शामिल होंगे। हर दिन तीन लोकसभा क्षेत्रों में पहुंचने की कार्ययोजना तैयार की गई है। इनमें 28 को बिजनौर, मुरादाबाद, अमरोहा, 29 को शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, 30 को बागपत (मोदीनगर), बुलंदशहर, गौतम बुद्धनगर और 31 को बरेली, रामपुर, पीलीभीत में लोकसभाएं होंगी।