देवबंद (सहारनपुर)। एटीएस व थाना देवबन्द संयुक्त पुलिस टीम ने बम विस्फोट के 30 वर्ष से वांछित 25 हजार के इनामी अभियुक्त को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के सबसे संवेदनशील नगर देवबंद में वर्ष 1993 में यूनियन तिराहे पर पुलिस पिकेट पर बम फेंकने की वारदात में शामिल आतंकी नजीर अहमद वानी उर्फ मुस्ताक अहमद वानी उर्फ मुस्तफा उर्फ जावेद इकबाल पुत्र असदउल्ला वानी निवासी इंजक शरीफाबाद थाना पारिमपुरा जिला बडगांव जम्मू कश्मीर हाल पता गांव हाकर मुल्ला निकट कस्बा सोईबुघ थाना एवं जिला बडगांव जम्मू-कश्मीर को एटीएस और देवबंद पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
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एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि वह 30 साल से फरार था और उस पर 25 हजार का इनाम घोषित था। गिरफ्तार अभियुक्त का संबंध आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहीद्दीन से है। वर्ष 1993 में उसके द्वारा पुलिस पिकेट पर फैंके गए ग्रेनेड में कांस्टेबल कन्हैया लाल, कांस्टेबल अंर्जुमन अली और दो नागरिक जयप्रकाश सैनी पुत्र मनफूल सैनी और सुखबीर पुत्र रूपलाल निवासी देवबंद घायल हुए थे। उस घटना में नजीर अहमद वानी का नाम सामने आया था।
पुलिस ने उसे 26 मई 1994 को फर्जी दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया था। वह पिछले तीस वर्षों से कोर्ट में पेश नहीं हुआ था। उसकी गिरफ्तारी के लिए अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 20 मई 2024 को अभियुक्त के स्थाई वारंट जारी किए थे। देवबंद पुलिस ने एटीएस की सहायता से नजीर वानी को 17 नवंबर को कश्मीर के बडगांव जिले से उसके वर्तमान पते से गिरफ्तार कर उसे कोर्ट में पेश किया। अभियुक्त को गिरफ्तार करने वाली टीम में एटीएस निरीक्षक सुधीर उज्जवल और देवबंद के पुलिस निरीक्षक अजय कुमार समेत नौ पुलिसकर्मी शामिल थे।