गाजियाबाद। वेब सिटी और किसानों के बीच हुआ समझौता लागू नहीं करने पर किसान जीडीए कार्यालय पहुंचे। किसानों ने जीडीए ऑफिस में पहुंचकर अधिकारियों ने मिलने की कोशिश की लेकिन किसी भी अधिकारी ने किसानों से मिलने से मना कर दिया। इस पर किसानों ने जीडीए के गेट पर नारेबाजी की और धरना प्रदर्शन किया। किसानों ने कहा कि वेब सिटी और किसानों के बीच 2014 में जो समझौता हुआ था उसको जीडीए के अधिकारी लागू नहीं करवा रहे हैं। जिससे किसान परेशान हैं। अधिकारियों पर आरोप लगाया कि वो किसानों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
किसान जब भी जीडीए अधिकारियों के पास मिलने के लिए आते हैं तो उनको हर बार तारीख मिलती है। किसानों ने कहा अगर 28 नवंबर तक जीडीए अधिकारी वेब सिटी से किसानों का समझौता जो 2014 में हुआ था उसको पूर्ण तरह से लागू नहीं करते हैं तो उसके बाद किसान बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। जिसकी समस्त जिम्मेदारी जीडीए अधिकारियों की होगी। जीडीए कार्यालय के बाहर कुछ देर तक धरना प्रदर्शन करने के बाद किसान वापस लौट गए।
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किसानों ने चेतावनी दी कि अगर हमारी सुनवाई नहीं हुई तो अबकी बार गेट वेब सिटी का नहीं जीडीए ऑफिस का बंद करेंगे। जीडीए ऑफिस के बाहर ही किसान अनशन पर बैठेंगे। इंसाफ की भीख मांगते मांगते किसानों की एक पूरी पीढ़ी गुजर गई। इस दौरान आनंद नागर, सतीश त्यागी, गुड्डू मुखिया, चिंकू चौधरी, रिडकु और अन्य समस्त गांव के किसान काफी संख्या में उपस्थित रहे।