मुजफ्फरनगर- चित्रकूट की जेल में बंद बिजनौर सदर के पूर्व बसपा विधायक शाहनवाज राणा की मुसीबतें और बढ़ गई हैं। बिजनौर की बढ़ापुर सीट से बसपा के पूर्व विधायक और शाहनवाज राणा के समधी मौहम्मद गाजी को मुजफ्फरनगर पुलिस ने बुधवार रात को गिरफ्तार कर लिया है, उन्हें गुरुवार को अदालत में पेश कर जेल भेजा जाएगा।
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मुज़फ्फरनगर में वहलना चौक स्थित राणा स्टील पर जीएसटी की डिप्टी डायरेक्टर श्रेया गुप्ता के नेतृत्व में जीएसटी टीम ने 5 दिसंबर को छापा मारा था, उस समय बिजनौर के पूर्व सदर विधायक और मुजफ्फरनगर के प्रमुख उद्यमी शाहनवाज राणा भी मौके पर पहुंच गए थे, जहां शाहनवाज राणा की डिप्टी डायरेक्टर श्रेया गुप्ता से तीखी बहस हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने शाहनवाज राणा को गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में पूर्व बसपा सांसद कादिर राणा की बेटे और बेटियां भी
गिरफ्तार की गई थी लेकिन अदालत ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया था,कादिर राणा के बेटे को भी बाद में जमानत मिल गई थी लेकिन शाहनवाज राणा की मुसीबतें लगातार कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
शाहनवाज मुज़फ्फरनगर के जिला कारागार में बंद थे, जेलर राजेश कुमार सिंह ने तलाशी ली तो पूर्व विधायक शाहनवाज राणा से एक मोबाइल की बरामदगी हुई थी, जिसको लेकर शाहनवाज की जेलर से तीखी झड़प हुई थी जिसमें जेलर ने
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थाना नई मंडी में शाहनवाज के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया था, शाहनवाज के वकील नकली त्यागी ने इस घटना के बाद जेल में शाहनवाज की पिटाई का भी आरोप लगाया था, जिसके बाद शाहनवाज को चित्रकूट जेल ट्रांसफर कर दिया गया था। इस बरामदगी के बाद जेल प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हेड वार्डन रामरूप को निलंबित कर दिया था और चार जेल गार्ड्स के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी थी।
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नई मंडी पुलिस ने इस मामले की जांच की तो पता चला कि मोबाइल का सिम आमिर निवासी समना सराय शेरकोट निवासी बिजनौर की आईडी पर था, जो बिजनौर की बढ़ापुर सीट से बसपा विधायक रहे शाहनवाज के समधी मौहम्मद गाजी के यहां नौकरी करता है।
जिसके बाद पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी को नई मंडी कोतवाली पुलिस ने पूछताछ के लिए बुधवार को नोटिस जारी किया था,जिसमे गाजी नई मंडी थाने में हाज़िर हुए। गाजी पर आरोप है कि उन्होंने अपने नौकर आमिर की आईडी का दुरुपयोग कर कूटरचित तरीके से सिम निकलवाया, जिसे बाद में शाहनवाज राणा तक जेल में पहुंचाया गया। पुलिस ने गाजी से घंटों पूछताछ के बाद उन्हें मुल्जिम बनाते हुए गिरफ्तार कर लिया। गाजी को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
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एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि मोहम्मद गाजी ने अपने नौकर आमिर की आईडी, जो उनके पास पहले से थी, का उपयोग कर सिम निकलवाया। इस सिम को शाहनवाज राणा के परिवार को भेजा गया, जहां कुछ समय तक परिवार के एक सदस्य ने इसका उपयोग किया। बाद में जेल में मुलाकात के दौरान यह सिम शाहनवाज तक पहुंचा दिया गया। गाजी ने अपने नौकर को इस साजिश की कोई जानकारी नहीं दी। पुलिस ने इस मामले में कूटरचित सिम उपलब्ध कराने और धोखाधड़ी की धाराएं जोड़ी हैं, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई।
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इसी बीच शाहनवाज के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज हो गया है। मंगलवार को सिविल लाइन थाने में पूर्व विधायक शाहनवाज राणा, उनके बेटे शाह आज़म राना समेत कामरान राणा, जिया अब्बास जैदी और तौसीफ के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।