लखनऊ। उत्तर प्रदेश में वर्तमान समय में 18 जिलों के 659 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। वर्षा से प्रभावित इन जनपदों में सर्च एवं रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की एक, एसडीआरएफ और पीएसी की पांच-पांच कुल 11 टीमें रेस्क्यू के लिए लगाया गया है।
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने मंगलवार को बताया कि बदायूं, फर्रुखाबाद व कानपुर देहात से गुजरने वाली नदी गंगा इस समय खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है। वर्तमान में प्रदेश के सभी तटबन्ध सुरक्षित हैं, कहीं भी किसी प्रकार की चिन्ताजनक परिस्थिति नहीं है।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त 1899 नावों को भी बचाव राहत कार्यों के लिए उपयोग में लाया गया है। प्रदेश में अब तक 1083 बाढ़ शरणालय, 776 पशु शिविर, जिसमे चारे आदि की पर्याप्त व्यवस्था, 26,48,610 पशु टीकाकरण, 1504 -बाढ़ चौकियां, 1772 -मेडिकल टीम गठित की गई है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगभग 2775 गौशालाओं के 4,61,778 जानवरों एवं अन्य जानवरों के लिए भी पर्याप्त चारे की व्यवस्था की गई है। प्रदेश के समस्त संवेदनशील जनपदों में कुल 4480 जगहों पर राहत चौपाल का आयोजन किया जा रहा है।
राहत आयुक्त ने बताया कि 24 घंटे में प्रदेश में 7.7 मिमी औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा से 7.3 मिमी के सापेक्ष 105.5 प्रतिशत है। इस प्रकार प्रदेश में एक जून से अब तक 411.2 मिमी औसत वर्षा हुए, जो सामान्य वर्षा 533 मिमी के सापेक्ष 77.1 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश के तीन जनपदों सम्भल, बरेली एवं गोरखपुर में 30 मिमी या उससे अधिक वर्षा दर्ज की गई है।