नोएडा। विदेशी नागरिकों को एंटीवायरस सॉफ्टवेयर बेचने के नाम पर ठगी करने वाले एक कॉल सेंटर का पर्दाफाश करते हुए से थाना फेस-वन पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं कॉल सेंटर का सरगना फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
थाना फेस-वन पुलिस ने आज एक सूचना के आधार पर विदेशी नागरिकों को कॉल करके एंटीवायरस सॉफ्टवेयर बेचने के नाम पर ठगी करने वाले प्रदीप कुमार पुत्र रूद्र प्रसाद, अविरल गौतम पुत्र शैलेंद्र गौतम, ऋषभ शुक्ला पुत्र प्रमोद कुमार, अली हसन पुत्र महसूद हसन, अनुराग तोमर पुत्र रविंद्र कुमार, हरेंद्र चौधरी पुत्र राजेंद्र चौधरी, मोहम्मद राजू पुत्र मोहम्मद अतिक, संदीप कुमार पुत्र जगदीश, दीपक शर्मा पुत्र पारस, सौरभ पुत्र अजय सिंह, साकेत प्रियदर्शी पुत्र शैलेंद्र नाथ तथा शिवम पुत्र नंदकुमार को गिरफ्तार किया है।
थाना प्रभारी ने बताया कि बताया कि इनके पास से 14 डेस्कटॉप, 14 की बोर्ड, 14 माउस, 14 सीपीयू ,14 हेडफोन, एक वाई-फाई, एक राउटर तथा दो सर्वर बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि ये लोग विदेशी नागरिकों से संपर्क करते थे तथा उनसे कहते थे कि हमारी कंपनी के पास लैपटॉप और कंप्यूटर के लिए एंटीवायरस सिस्टम है। यह लोग विदेशी लोगों से 100 से 500 डालर प्रति वर्ष लेते थे। थाना प्रभारी ने बताया कि इनसे गहनता से पूछताछ की जा रही है। इन लोगों ने अब तक करोड़ों की ठगी करनी स्वीकार की है। उन्होंने बताया कि अभियुक्तों ने ठगी करने के लिए नोएडा के सेक्टर-2 में असिस्टारा ग्लोबल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक काल सेंटर खोल रखा था। जहां से वे ठगी के वारदातों के बेखौफ होकर अंजाम दे रहे थे।