नोएडा। अमेरिकी नागरिकों को तकनीकी सहायता देने के नाम पर ठगी करने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का पुलिस ने खुलासा किया है। थाना सेक्टर-58 पुलिस इस गैंग में शामिल 3 युवतियों सहित 15 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त 27 लैपटाप, 16 मोबाईल, 1 इण्टरनेट राउटर, 2 इंटरनेट स्विच, 20 हेड फोन सहित अन्य सामान बरामद किया है। तीन अभियुक्त फरार बताये जा रहे हैं।
पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) रामबदन सिंह ने बताया कि थाना सेक्टर-58 पुलिस ने अमेरिकी नागरीकों के सिस्टम पर पॉप अप भेजकर सिस्टम को हैक करके बैंक खाता हैक होने का डर दिखाकर ऑन लाईन धोखाधडी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। इस मामले में सेक्टर-59 से निखिल राणा पुत्र अनु राणा, वीरेंद्र रावत पुत्र त्रिलोक रावत, समीर पुत्र सलीम, संकेत शाह पुत्र गोपाल शाह, मोहम्मद अली पुत्र रफीक जगरिया, शाहरुख खान पुत्र अली बहादुर, खान मोहम्मद दानिश पुत्र अमीर हसन, हरीश पुत्र जयप्रकाश भट्ट, नुमेर पुत्र रफीक शेख, शिवम यादव पुत्र लव प्रसाद यादव, अरबाज पुत्र अमरुद्दीन, उबैद पुत्र सीटों, अमांडा पुत्री गायेसन, वेनसोन पुत्री मनचक तथा कविनय पुत्री मगावलुनी को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि समी, वसीम उर्फ वाहिद तथा सरगना मोन्टू फरार है।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि वे अमेरिका में कस्टमर के सिस्टम पर पॉप अप भेज कर सिस्टम को हैक करके बैंक खाता हैक होने का डर दिखाकर तथा उसको टेक सपोर्ट देने के नाम पर माइक्रोसॉफ्ट या अन्य प्रतिष्ठित संस्थान का नाम लेकर खुद को कर्मचारी बताकर बिटकॉइन व एप्पल, वॉलमार्ट या फ्लिपकार्ट के कार्ड के रूप में के कार्ड के रूप में पैसा लेते थे। यह कस्टमर से कार्ड नंबर लेकर उसको टेलीग्राम ग्रुप पर डालते थे जिसे मोन्टू कैस करता था उससे यह लाभ कमाते थे।