Thursday, January 23, 2025

सहारनपुर में सभी प्रमुख दलों के उम्मीदवारों ने भरा पर्चा,सपा ने आखिरी समय में बदला उम्मीदवार

सहारनपुर- उत्तर प्रदेश में नगरीय निकाय के पहले चरण के सहारनपुर मेंं चार मई को होने जा रहे मतदान के लिए सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन सभी प्रमुख दलों के उम्मीदवारों ने जोशो खरोश के साथ अपने-अपने नामांकन दाखिल किए। समाजवादी पार्टी ने आखिरी वक्त में मेयर पद के घोषित उम्मीदवार चौधरी जांनिशार एडवोकेट के स्थान पर सहारनपुर देहात के सपा विधायक आशु मलिक के छोटे भाई नूर मलिक को उम्मीदवार बना दिया। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज यह बदलाव किया।


सहारनपुर नगर निगम के गठन के बाद दूसरी बार हो रहे चुनाव में मेयर का पद इस बार भी पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है। भाजपा की ओर से प्रमुख चिकित्सक डा. अजय सिंह, सपा की ओर से नूर मलिक और कांग्रेस की ओर से प्रदीप वर्मा ने आज अपने नामांकन एडीएम प्रशासन डा. अर्चना द्विवेदी के समक्ष दाखिल किए। बसपा की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री रशीद मसूद की पुत्रवधु खदीजा मसूद ने नामांकन दाखिल किया।


प्रदेश भाजपाध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह की अगुवाई में अग्रवाल धर्मशाला से भाजपाइयों का जुलूस कलेक्ट्रेट तक पहुंचा। मेरठ प्रांत अध्यक्ष सतेंद्र सिसोदिया, नगर भाजपा विधायक राजीव गुंबर, पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा, पूर्व विधायक लाजकृष्ण गांधी, पूर्व महानगराध्यक्ष अमित गगनेजा, प्रांतीय उपाध्यक्ष मोहित बेनीवाल, प्रांतीय मंत्री डा. चंद्रमोहन, भाजपा मेयर प्रत्याशी डा. अजय सिंह, अखिलेश मित्तल, महानगराध्यक्ष राकेश जैन आदि शामिल रहे।


प्रदेशाध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह ने कार्यकर्त्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि वे पिछले चुनावों की तरह जीजान से मेहनत करें और सभी उम्मीदवारों को जिताने का काम करें। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि इस बार भाजपा नगरीय चुनाव में 2017 की जीत का रिकार्ड तोड़ेगी।

जिले की सबसे बड़ी नगर पालिका देवबंद जहां सहारनपुर महानगर के बाद सबसे ज्यादा 80992 मतदाता हैं, अध्यक्ष पद के लिए भाजपा की ओर से नगराध्यक्ष विपिन गर्ग, कांग्रेस की ओर से लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्त्ता हाजी नौशाद कुरैशी, बसपा की ओर से निवर्तमान चेयरमैन जियाउद्दीन के बेटे 36 वर्षीय जमालुद्दीन अंसारी और सपा की ओर से पूर्व विधायक एवं पूर्व पालिकाध्यक्ष माविया अली की पत्नी पूर्व पालिकाध्यक्ष जहीर फातमा की ओर से नामांकन पत्र दाखिल किए गए।

कांग्रेस उम्मीदवार नौशाद कुरैशी के साथ भारी भीड़ थी। भाजपा खेमे में भी जबरदस्त उत्साह दिखा। देवबंद विधायक एवं लोक निर्माण राज्यमंत्री बृजेश रावत नामांकन कराने गए पार्टी समर्थकों की अगुवाई कर रहे थे।

भाजपा उम्मीदवार विपिन गर्ग के नामांकन के प्रस्तावकों में सेठ कुलदीप कुमार छाबड़ा, पूर्व सभासद बिजेंद्र वर्मा, पूर्व सभासद राजकुमार जाटव और भाजपा जिलाध्यक्ष एवं पालिकाध्यक्ष का पिछला चुनाव लड़ने वाले सैनी बिरादरी के प्रतिष्ठित नेता डा. महेंद्र सैनी शामिल थे। इस दौरान चार बार लगातार सभासद रहे विनय कुच्छल काका, पूर्व सभासद हरिओम सिंघल, समाजसेवी अशोक गुप्ता, घनश्याम गर्ग, यशवंत राणा आदि ढाई सौ तीन सौ लोग मौजूद थे। विनय कुच्छल काका 2000 से अभी तक लगातार सभासद रहे। वह वार्ड 11 से भाजपा का टिकट चाहते थे लेकिन उनकी जगह नौजवान नए उम्मीदवार अर्जुन सिंघल को उम्मीदवार बनाया गया।

बड़े व्यापारी नेता हुलास राय सिंघल के छोटे भाई पूर्व सभासद मनोज सिंघल को भाजपा ने वार्ड 10 से उम्मीदवार बनाया हैं। पिछली बार उन्होंने बतौर निर्दलीय चुनाव लड़कर भाजपा उम्मीदवार को पराजित किया था। मनोज सिंघल और दून वेली पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष राजकिशोर गुप्ता अध्यक्ष पद के दमदार दावेदार थे पर मंत्री ने अपने करीबी विपिन गर्ग को टिकट दिलवाया।

टिकट से वंचित किए गए इन दोनों नेताओं के बारे में राजनैतिक समीक्षकों और आमजन सभी का मानना है कि विपरीत समीकरणों के बावजूद वे विपक्ष को तगड़ी चुनौती दे सकते थे और इस बात की भी प्रबल संभावना थी कि भाजपा चुनाव भी जीत सकती थी। हाईकमान ने जीत के बजाए मंत्री की बात को वजन दिया। भाजपा ने 25 वार्डों में से इस बार 10 वार्डों में ही अपने उम्मीदवार उतारे हैं।

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