नोएडा। फर्जी एवं कूटरचित दस्तावेज तैयार कर नोएडा प्राधिकरण की एफडी बनाकर 3 करोड़ 90 लाख रूपये बैंक ऑफ इंडिया के नाम से स्वयं प्राधिकरण का कर्मचारी बताकर फर्जी खाता खुलवाकर स्थानांतरण कर धोखाधडी करने वाले मास्टर माइंड 25 हजार रूपये का ईनामी बदमाश मन्नू भोला सहित 2 वांछित अभियुक्तों को क्राइम ब्रांच नोएडा व थाना सेक्टर-58 पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुय गिरफ्तार किया है।
थाना सेक्टर-58 क्षेत्र के सेक्टर-62 स्थित बैंक ऑफ इंडिया में नोएडा प्राधिकरण द्वारा कराए गए 200 करोड़ रुपए की एफडी में से तीन करोड़ 90 लाख रुपए निकालने के मामले में फरार चल मुख्य आरोपी मनु भोला पुत्र सूरज कुमार भोला निवासी सनी स्काई अपार्टमेंट्स नरेंद्रपुर जिला 24 परगना साउथ कोलकाता वेस्ट बंगाल तथा उसके एक अन्य साथी श्रीनिवास पुत्र आदित्य कुमार निवासी 24 परगना कोलकाता को थाना सेक्टर-58 पुलिस और नोएडा पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने आज गिरफ्तार कर लिया है। मनु की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित था। वह करीब डेढ़ वर्ष से फरार चल रहा था। मनु पर पूर्व में कई मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस उपायुक्त शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण के वित्त एवं लेखा अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने थाना सेक्टर-58 में वर्ष 2023 के जुलाई माह मे रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उनके अनुसार नोएडा प्राधिकरण को 200 करोड़ रुपए की एफडी करानी थी। इसके लिए प्राधिकरण ने कई बैंकों से आवेदन मांगा। नोएडा के सेक्टर-62 स्थित बैंक ऑफ आफ इंडिया ने 200 करोड़ की एफडी करने का टेंडर हासिल किया।
उन्होंने बताया कि नोएडा प्राधिकरण की तरफ से बैंक को 200 करोड़ रुपए ट्रांसफर कर दिए गए। बैंक के अधिकारी एफडी बनाने की प्रक्रिया में थे। इसी बीच अब्दुल खादर नामक व्यक्ति नोएडा प्राधिकरण का अधिकारी बनकर बैंक गया। उसने नोएडा प्राधिकरण के फर्जी लेटर पर पत्राचार किया, और बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारियों से मिलीभगत करके तीन बैंक अकाउंट खुलवाए। नोएडा प्राधिकरण के तरफ से फर्जी मेल करके उक्त तीन अकाउंट में बैंक से तीन करोड़ 90 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिया।
उन्होंने बताया कि प्राधिकरण का आरोप है कि ये लोग 9 करोड रुपया उन खातों में और डलवाना चाह रहे थे। आरोपियों ने 200 करोड़ की फर्जी एफडी बनाकर नोएडा प्राधिकरण को भेज दी थी, लेकिन बैंक का कहना है कि उन्होंने अभी एफडी नहीं बनाई है। घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही थी। इस मामले में राजेश पांडे, अब्दुल खादिर सहित 5 लोगों की गिरफ्तारी पूर्व में हो चुकी है। मुख्य आरोपी मनु भोला फरार चल रहा था। इसकी गिरफ्तारी पर नोएडा पुलिस द्वारा इनाम घोषित किया गया था।