मेरठ। गुरुग्राम की कंपनी के साथ 28 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले की जांच मेरठ क्राइम ब्रांच की टीम को सौंपी गई है। बागपत के वैभव जैन व सतीश जैन के खिलाफ 28 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया है। ग्रुरुग्राम की एक कंपनी ने दो दोस्तों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था।
गुरुग्राम की ओएफबी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरफ से बागपत के वैभव जैन व सतीश जैन के खिलाफ दर्ज कराए गए 28 करोड़ की धोखाधड़ी के मुकदमे की जांच मेरठ क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है। थाना खेकड़ा में मुकदमा दर्ज करके पहले यह जांच बागपत की अपराध शाखा को दी गई तो अब वहां से जांच को मेरठ ट्रांसफर किया गया है।
सहारनपुर में योगी ने लगायी मां शाकुम्भरी के दरबार में हाजिरी, भूरा देव मंदिर में भी की आरती
गुरुग्राम की ओएफबी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के असिस्टेंट जनरल मैनेजर अमित सिंगला ने करीब ढाई महीने पहले मुकदमा दर्ज कराया था कि उनकी कंपनी में बागपत जिले के वैभव जैन सब कैटेगरी मैनेजर पद पर वर्ष 2021 से कार्यरत थे। आरोप था कि वैभव जैन ने अपने मित्र के साथ मिलकर कंपनी में घपला किया है। जिसके बारे में कंपनी के चालक ने बताया। वैभव जैन कंपनी के मिल से ट्रकों में माल लोड करवा रिकार्ड में दर्ज किए बिना ही वहां से निकलवा देता। कंपनी के आंतरिक ऑडिट में दो तीन साल में किए गए 28 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का पता चला।
आरोप है कि इसमें पिता सतीश जैन और उनकी फर्म मेसर्स अतरसेन की भूमिका भी सामने आई। इसमें मुकदमा दर्ज करके जांच अपराध शाखा को सौंपी गई थी। अब यहां से भी जांच को मेरठ की अपराध शाखा के पास ट्रांसफर किया गया। एएसपी नरेंद्र प्रताप सिंह के अनुसार जांच को मेरठ की अपराध शाखा से कराया जाएगा और उसमें जिस तरह के तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे कार्रवाई होगी।