गाजियाबाद। साइबर ठगों ने विदेशी कंपनी में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 3.39 लाख रुपये ठग लिए। इतना ही नहीं साइबर ठगों ने युवक का इंटरव्यू भी कराया और उसे ऑनलाइन नियुक्तिपत्र भी भेजा। इतना ही नहीं युवक से कंपनी के एक कर्मचारी को भारत में मौजूद रहने की बात कहते हुए उसके खाते में रकम ट्रांसफर कराई गई। ठगी का अहसास होने पर पीडि़त ने इंदिरापुरम थाने में केस दर्ज कराया है।
गुलमोहर रोड स्थित शिप्रा सनसिटी निवासी अनुराग शर्मा ने बताया कि न्यूजीलैंड स्थित फुल्टन होगन कंस्ट्रक्शन कंपनी की बेवसाइट पर रिक्तियों का विज्ञापन देखा था। गूगल के जरिए कंपनी के बारे में छानबीन की तो पता चला कि कंपनी न्यूजीलैंड की नामी और बहुत बड़ी निर्माण कंपनी है। इसके बाद उन्होंने कंपनी के खरीद और विक्रेता विभाग के लिए आवेदन किया। इसके बाद कंपनी की ओर से लिखित परीक्षा और दो-तीन बार ऑनलाइन साक्षात्कार भी हुआ। इसके बाद युवक की मेल आईडी पर साक्षात्कार में पास होने और नियुक्ति पत्र भेजा गया।
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अभी तक युवक अपने पास आए ई-मेल और पूरी हो चुकी प्रक्रिया को असल समझ रहे थे। तभी कंपनी की तरफ से उन्हें भारत में नियुक्त कंपनी प्रतिनिधि रॉय स्टीफन और निजी सहायक का नंबर दिया। जब उन्होंने फोन के जरिए संपर्क किया तो जालसाजों ने अलग-अलग कारण बताकर रुपयों की मांग रखी। इस पर अनुराग ने अपनी मां समेत परिवार के अन्य सदस्यों के बैंक खातों से पांच बार में 3,39,966 रुपये ट्रांसफर कर दिए।
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इसके बाद उन्हें कुछ शक हुआ तो उन्होंने न्यूजीलैंड साइबर पुलिस को ई-मेल भेजकर बेवसाइट और कंपनी की जानकारी मांगी। तब पता चला कि साइबर ठगों ने असल कंपनी के नाम से उसकी ही तरह फर्जी बेवसाइट और यूआरएल तैयार किया था। पीडि़त ने ठगी करने वाले गैंग का सरगना अफ्रीका में होने की आशंका जताई है।
उनका कहना है कि उन्होंने फोन कॉल के जरिए अफ्रीका में बैठे जालसाज से बात भी की। इसके बाद से उसका नंबर भी स्विच ऑफ आ रहा है। एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि केस दर्ज कर साइबर टीम को नियुक्त किया गया है। बैंक की ट्रांजक्शन हिस्ट्री से लेकर जिन खातों में पैसा ट्रांसफर हुआ है, उसे भी खंगाला जा रहा है।