शिवपुरी। जिले के नरवर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चकरामपुर में दो दिन पहले हुए तीन लोगों की हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक 14 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस और जिला प्रशासन की टीम ने रविवार को आरोपित के घर पर बुलडोजर चलाकर अवैध हिस्से को जमींदोज कर दिया है।
पुलिस के अनुसार, ग्राम चकरामपुर में गत शुक्रवार की शाम को भदौरिया परिवार और कुशवाह परिवार के बीच रंजिश के चलते विवाद हुआ और देखते ही देखते हुए उनके बीच पथराव शुरू हो गया। इस दौरान कुशवाह परिवार के लोगों ने गोलियां भी चलाई और दूसरे पक्ष के वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। इस दौरान गोलीबारी में भदौरिया परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। हालांकि, कुशवाह परिवार का भी एक सदस्य घायल हुआ था, जिसे ग्वालियर में भर्ती कराया गया है। इस तिहरे हत्याकांड के बाद गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था।
करैरा थाना प्रभारी सुरेश शर्मा ने रविवार को बताया कि चकरामपुर गांव में हुई तीन लोगों की हत्या के मामले में पहले आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 307,435, 323, 324 में 11 नामजद और करीब 20 से 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। तीन लोगों की मौत के बाद हत्या की धाराओं का इजाफा किया था। पुलिस ने उक्त मामले में नरवर, करैरा, अमोला, सीहोर चार थानों की अलग-अलग टीम बनाई ।
सभी टीमों ने 36 घंटे के अन्दर 14 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें राम सिंह पुत्र ज्वाला प्रसाद कुशवाह, देशराज पुत्र धनीराम कुशवाह, खुमान सिंह पुत्र मुंशी कुशवाह, मेहरवान सिंह पुत्र बारेलाल कुशवाह, विष्णु पुत्र प्रागीलाल कुशवाह, गोपाल सिंह पुत्र भजन सिंह कुशवाह, सोनू पुत्र प्रेम सिंह कुशवाह, गोलू उर्फ शिवकुमार पुत्र किलोल सिंह कुशवाह, दामोदर पुत्र श्यामलाल कुशवाह, वीर सिंह पुत्र पुन्नालाल कुशवाह, अखिलेश पुत्र वीर सिंह कुशवाह, परमाल पुत्र भागीरथ कुशवाह, मुकेश पुत्र मुंशीराम कुशवाह, राय सिंह पुत्र भगवान सिंह कुशवाह शामिल है। गिरफ्तार आरोपितों के पास से घटना में प्रयुक्त एक कट्टा, कुल्हाड़ी, सरिया, लुंहागी, लाठी जब्त किये गए हैं।
उन्होंने बताया कि सभी आरोपितों को न्यायालय पेश कर जेल भेजा गया है। इधर, जिला प्रशासन की टीम ने रविवार को मामले में आरोपित पक्ष कुशवाह परिवार के घरों पर बुलडोजर चलाकर उनका अवैध अतिक्रमण तोड़ दिया है।
पीड़ितों का आरोप-भाजपा समर्थक थे तीनों मृतक फर्जी मतदान के विरोध में हत्या हुई थी। चकरामपुर गांव में तिहरा हत्याकांड फर्जी मतदान और बूथ पर कब्जे के विरोध में हुआ था। तीनों शव लेकर रविवार को नरवर पहुंचे परिजनों की मौजूदगी के बीच लोगों ने पुलिस के सामने यह आरोप लगाया। पीड़ित पूनम तोमर का कहना था कि उनका परिवार भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में था। आरोपितों की ओर से कांग्रेस के पक्ष में फर्जी मतदान किया गया तो भाजपा के एजेंट के रूप में मौजूद लक्ष्मण भदौरिया, भोला भदौरिया ने विरोध दर्ज करवाया। इसी विरोध पर झगड़ा हुआ। जब मतदान समाप्त हो गया तो हत्या की वारदात को अंजाम दे दिया गया।
बताया गया कि शुक्रवार, 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव का मतदान समाप्त होने के उपरांत चकरामपुर गांव के एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के छह लोगों को पहले तो कार सहित जिंदा जलाने का प्रयास किया। इसके बाद उन्हें पीट-पीट कर मरणासन्न कर दिया। ये सभी एक ही परिवार के सदस्य थे। घटना में तीन लोगों की मौत हो गई। तीन गंभीर हैं और उनका उपचार चल रहा है।
फर्जी वोट घटना की चश्मदीद गवाह महिला शैली तोमर और बाबी भदौरिया ने बताया कि जब आरोपित परिवार के सदस्यों पर हमला कर रहे थे, तो सभी कुल्हाड़ी के हर प्रहार के साथ चीख-चीख कर कह रहे थे कि ले एक और फर्जी वोट। चश्मदीद ने कहा कि आरोपितों ने महिला आशा भदौरिया के पैर पर पैर रखकर उन्हें चीर दिया था। आरोप है कि अंदरूनी अंगों तक को कुल्हाड़ी से काटा गया।