नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने चार अपराधियों को द्वारका इलाके में एक व्यक्ति से 40 लाख रुपये की उगाही करने की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने यूट्यूब वीडियो देखकर इस अपराध को करने के बारे में साेचा।
आरोपियों की पहचान उत्तम नगर के रहने वाले अजय कुमार (26), उत्तर प्रदेश मुजफ्फरनगर के आशीष (24) और विजय एन्क्लेव डाबड़ी के रहने वाले लकी (23) और विशाल (22) के रूप में रुप में हुई है।
18 जुलाई को बिंदापुर पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज की गई थी जिसमें पीड़ित ने कहा था कि उसे एक आपराधिक गिरोह की ओर से व्हाट्सएप कॉल मिली जिसमे 40 लाख रुपये की फिरौती नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई।
जांच के दौरान टेक्निकल सर्विलांस की मदद से विशाल को डाबड़ी से गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस उपायुक्त (द्वारका) एम. हर्ष वर्धन ने कहा, पूछताछ में विशाल ने खुलासा किया कि उसने अपने करीबी दोस्त लकी को दो नए सिम कार्ड उपलब्ध कराए थे। दोनों शकुंतला अस्पताल, सागरपुर के पास गए और आशीष नाम के एक व्यक्ति से मिले, जो लकी को अच्छी तरह से जानता था। लकी ने आशीष को चार सिम कार्ड दिए।
विशाल के बयान के आधार पर लकी और आशीष को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ के दौरान, आशीष ने आगे बताया कि उसने अपने दोस्त अजय को चार सिम कार्ड दिए थे, जो उसे नवादा मेट्रो स्टेशन के पास मिला था।
डीसीपी ने कहा, “अजय कुमार इस पूरी साजिश के पीछे का मास्टरमाइंड है। उत्तम नगर और अन्य इलाकों में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की गई, लेकिन अजय का कहीं पता नहीं चला। मुख्य आरोपी की पहचान के लिए उत्तम नगर और बिंदापुर इलाकों में गुप्त मुखबिर भी लगाए गए थे।
डीसीपी ने कहा, ”27 जुलाई को अजय के द्वारका सेक्टर-3 में होने की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस की टीम ने उस जगह अपराधी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और उसे दबोच लिया।
तलाशी के दौरान आरोपी के पास से 8 मोबाइल फोन और 8 सिम कार्ड बरामद हुए।
जांच में पाया गया कि आरोपी ने जबरन वसूली कॉल करने से पहले दो एंड्रॉइड मोबाइल फोन में सिम कार्ड का इस्तेमाल किया था जो उसके पास से बरामद किए गए थे।
डीसीपी ने कहा, “अजय ने खुलासा किया कि उसने 22 जुलाई को दूसरी धमकी भरी कॉल करने के बाद सागरपुर के पास फोन और सिम कार्ड को नष्ट कर दिया था। उसने यह भी खुलासा किया कि वह यूट्यूब पर आपराधिक गिरोहों द्वारा जबरन वसूली कॉल के एक वीडियो से प्रेरित था।