झांसी । प्रदेश की सबसे बड़ी तहसील मऊरानीपुर स्थित एक विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों द्वारा जय श्रीराम बोलने पर विद्यालय प्रशासन ने छात्रों को 10 दिन के लिए निष्कासित कर दिया। वही निष्कासन की खबर पूरे जिले में आग की तरह फैल गई और सोशल मीडिया पर विद्यालय के विरोध में पोस्ट वायरल होने लगी। लोगों ने सड़कों पर उतरकर विरोध शुरू कर दिया। विरोध देख विद्यालय प्रशासन बैक फुट पर आते हुए खंडन पत्र जारी कर सफाई देता नजर आया। इसकी जानकारी अभाविप व हिंदू संगठनों को होने पर उन्होंने भी जमकर विरोध-प्रदर्शन किया और कार्यवाही की मांग की।
मऊरानीपुर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मढ़ा मोजा स्थित सेंट मैरिज सीनियर सेकेंडरी स्कूल का एक मामला सामने आया है, जिसमें हाई स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को अपनी अपनी रुचि के अनुसार निबंध लिखकर लाने के लिए कहा गया था। जहां बच्चे दूसरे दिन स्कूल पहुंचे और प्रार्थना के दौरान अपने अपने निबंध पढ़कर सुनाए। जिसमें चार छात्र और एक छात्रा भी शामिल है। जिन्होंने अयोध्या में बन रहे श्री राम मंदिर निर्माण पर अपने विचार रखे और आखिर में जय श्री राम बोलते हुए निबंध को खत्म किया।
बताया गया कि जय श्री राम बोलते ही विद्यालय प्रशासन उग्र हो गया। और बच्चों के अभिभावकों को बुलाकर 10 दिन के लिए निष्कासित कर दिया। यह खबर पूरे जनपद में आग की तरह फैल गई और जगह-जगह विरोध को देखकर विद्यालय प्रशासन बैकफुट पर नजर आया और पत्र जारी करते हुए खंडन किया है। वहीं इसको लेकर अब हिंदू संगठन विरोध पर उतर आए हैं और कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। विद्यार्थी परिषद ने विद्यालय में छात्रों द्वारा अयोध्या नगरी व जय श्री राम बोलने पर छात्रों को 10 दिन के लिए निष्कासित करने व उनसे लिखित माफी मांगने के विरोध में विद्यार्थी परिषद ने विद्यालय के खिलाफ उग्र आंदोलन किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य का पुतला फूंक कर जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में मांग की गई कि विद्यालय के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए और लिखित माफी की मांग की। इस दौरान प्रांत सहमंत्री उदय राजपूत ने कहा श्री राम केवल धर्म से जुड़ा विषय नहीं है। राम हमारे लिए राष्ट्रपुरुष है और श्रीराम भारत की संस्कृति और आस्था है। विभाग संयोजक मोहित कुशवाहा, छात्रा प्रमुख मोना सिंह, सौरभ परिहार,रानू , प्रदीप यादव, आकाश आदि सहित सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित रहे। वहीं मामले में तहसीलदार मदन मोहन गुप्ता ने हिंदू संगठनों को आश्वस्त करते हुए किसी तरह समझाया। इस संबंध में एसडीएम गोपेश तिवारी ने बताया कि मामले की जांच करने को कमेटी गठित कर दी गई है। 7 दिन में कमेटी जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी। उसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।