सहारनपुर। जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चंद्र की अध्यक्षता में तहसील नकुड में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। डीएम ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्राप्त शिकायतों का तत्परता से निदान करना सुनिश्चित कराएं।
उन्होंने कहा कि जनशिकायतों व समस्याओं का निस्तारण शासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। इसमें लापरवाही न बरती जाए एवं मानवीय दृष्टिकोण से भी शिकायतों का निस्तारण किया जाए। स्म्पूर्ण समाधान दिवस में विकास विभाग की 14, राजस्व विभाग की 10, विद्युत विभाग की 02, चकबन्दी की 02, नलकूप खण्ड की 03, पुलिस विभाग की 03, नगर पालिका की 03, पंचायती राज विभाग की 01, पूर्ति विभाग की 03, लोक निर्माण विभाग की 03, शिक्षा विभाग की 01 कुल 45 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें से 03 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिकायत निस्तारण के प्रति संवेदनशीलता दिखाएं समयबद्धता से गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें।
सम्पूर्ण समाधान दिवस में आपूर्ति विभाग से संबंधित शिकायतों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए खण्ड विकास अधिकारी नकुड, पूर्ति निरीक्षक एवं एडीओ पंचायत को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होने कडे निर्देश दिए कि सत्यापन कराते हुए सभी अपात्रों को चिन्हित करते हुए उनके कार्ड निरस्त करना सुनिश्चित करें और पात्रों को योजना का लाभ दिलवाया जाए। उन्होने कहा कि सभी अधिकारी अपने विभागीय कार्यों के लिए संवेदनशील रहें और जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर क्रियान्वित करें।
जिलाधिकारी ने आए हुए लोगों की शिकायतों को सुनकर सम्बन्धित अधिकारियों को शीघ्र निस्तारण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि शासन की मंशा के अनुरूप जो समय सीमा समस्याओं के निस्तारण की दी गई है, उसी के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराएं। उन्होंने यह भी कहा कि निस्तारण के साथ-साथ लाभार्थी को संतुष्टी भी मिलनी चाहिए।
इस अवसर पर जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा लगायी गयी स्टॉल में गर्भवती महिलाओं की गोदभराई एवं बच्चों को अन्न प्राशन कराया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 विपिन ताडा ने सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही थानों में आने वाले पीडित पक्षों के साथ मधुर व्यवहार किया जाए।
उन्होने कहा कि कानून व्यवस्था के साथ छेड-छाड करने वालों के विरूद्ध कडी कार्यवाही की जाए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सुमित महाजन, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 संजीव मांगलिक, उपजिलाधिकारी अजय कुमार अम्बष्ट, तहसीलदार राधेश्याम शर्मा सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।