नोएडा । चाकुओं से गोदने के बाद 50 वर्षीय ई-रिक्शा चालक मेहंदी हसन के पैर को बाइक में बांधकर 1500 मीटर घसीटने के मामले में पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने सख्त कार्रवाई करते हुए सेक्टर-49 थाना प्रभारी और बरौला चौकी प्रभारी समेत पांच पुलिसकर्मियों को मंगलवार को निलंबित कर दिया है। घटना के बाद से इन पर निलंबन की तलवार लटकी हुई थी।
कार्य में लापरवाही बरतने पर पांचों पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। निलंबित हुए पुलिसकर्मियों में थाना प्रभारी राम प्रकाश गौतम, बरौला चौकी प्रभारी नितिन जावला, बीट कांस्टेबल मनीष, कांस्टेबल सोनू यादव और पैरोकार अमित कुमार शामिल हैं। डीसीपी हरीश चंदर ने पुलिस कमिश्नर द्वारा की गई कार्रवाई की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि अनुज सैनी को सेक्टर-49 थाने का नया प्रभारी बनाया गया है।
बीते 19 जनवरी को रात दस बजे के करीब बदायूं निवासी ई-रिक्शा चालक मेहंदी हसन की पड़ौस में रहने वाले बुलंदशहर निवासी अनुज और नितिन ने चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी थी। ई-रिक्शा चालक के पैर को बाइक से बांधकर दोनों आरोपी गांव से घसीटते हुए बरौला चौकी ले गए थे। आरोपियों के पीछे सैकड़ों की संख्या में भीड़ चौकी पर पहुंच गई और तोड़फोड़ का प्रयास किया। सूचना मिलते ही नोएडा और सेंट्रल नोएडा जोन की पुलिस को मौके पर भेजा गया। आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।
आत्मसमर्पण के लिए चौकी पहुंचे दोनों आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सुबह जब पुलिस की टीम आरोपियों को घटना में इस्तेमाल चाकू को बरामद कराने ले जा रही थी तभी दोनों ने पुलिस की टीम पर फायर झोंक दिया। जवाबी कार्रवाई में दोनों पैर में गोली लगने से घायल हो गए। पुलिस के समझाने के बाद मृतक के परिवार वाले उसके शव को लेकर बदायूं चले गए और वहीं पर उसे दफनाया। घटना के कुछ ही समय बाद सोशल मीडिया पर दो वीडियो वायरल हुए जिसमें आरोपी बाइक से ई-रिक्शा चालक को घसीटते हुए दिखे। गांव से लेकर चौकी तक के बीच में कई जगह खून के धब्बे दिखाई दिए।
घटना के बाद से गांव में तनाव का माहौल है। ऐसे में गांव और चौकी के आसपास पुलिसबल की तैनाती की गई है। मंगलवार को भी यहां पुलिस की मौजूदगी रही और अधिकारी गांव में होने वाली हर गतिविधि की जानकारी लेते रहे।
घटना के बाद से ही अंदेशा था कि पुलिस कमिश्नर इस मामले को लेकर बड़ा एक्शन ले सकती है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम था ऐसे में अटकलें थीं कि इसके अगले ही दिन पुलिसकर्मियों पर एक्शन होगा। कई अन्य मामले में भी लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मी राडार पर हैं। जल्द ही उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई हो सकती है।
2018 में मामूली विवाद में मेंहदी हसन ने बुलंदशहर के अगौता निवासी विनोद पर चाकुओं से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इस मामले में मेंहदी कई महीने तक जेल में भी रहा। इस समय मामला कोर्ट में चल रहा है। विनोद का बेटा अनुज और उसका चचेरा भाई भी बरौला गांव में मेहंदी के घर के पास ही रहता है। पिता पर हुए हमले के बाद अनुज रिक्शा चालक मेहंदी से रंजिश रखता था। रविवार को रात आठ बजे के करीब मेंहदी अपनी पत्नी को ई-रिक्शे से लेकर घर पहुंचा और आराम करने लगा। करीब दो घंटे बाद जब मेंहदी दोबारा रिक्शा लेकर बाहर निकला तो रास्ते में उसकी अनुज और नितिन से कहासुनी हो गई। इसके बाद अनुज और नितिन ने मेंहदी पर चाकुओं से सिलसिलेवार हमला कर लहूलुहान कर दिया। मरणासन्न स्थिति में दोनों ने मेंहदी का पैर बाइक के पीछे रस्सी से बांधा और गांव के मुख्य मार्ग से चौकी तक उसे घसीटते हुए ले गए। घटनास्थल से करीब 1500 मीटर दूर पुलिस चौकी तक पहुंचते-पहुंचते मेंहदी ने दम तोड़ दिया।