नई दिल्ली। मध्य जिले की एंटी नारकोटिक्स स्कवाडव एंटी ऑटो थेफ्ट स्कवाड की संयुक्त टीम ने प्रसाद नगर इलाके में हथियार के बल पर 50 लाख की लूट के मामले का खुलासा करते हुए तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। जिनमें से एक इन्फॉर्मर और दूसरा षड्यंत्रकारी है और तीसरा हत्या, लूट सहित कई मामलों में शामिल बदमाश है। पुलिस ने इनके पास से 31 लाख रुपए, सेमीऑटोमेटिक पिस्टल और वारदात में इस्तेमाल मोटरसाइकिल को भी बरामद किया है।
डीसीपी संजय कुमार सेन ने मंगलवार को बताया कि गिरफ्तार किए गए लुटेरे की पहचान सुरेश उर्फ काला के रूप में हुई है। यह नजफगढ़ से आगे दिचाऊं का रहने वाला है। जबकि इसके दूसरे साथी की पहचान हितेंद्र सिंह के रूप में हुई है, यह उत्तर प्रदेश के शामली का रहने वाला है। पहले यह एक्साइज डिपार्टमेंट में कॉन्ट्रैक्ट बेसिक पर काम करता था। लॉकडॉउन में नौकरी गई,तो उसके बाद यह बेरोजगार हो गया। जबकि इसका दूसरा साथी श्याम करोलबाग का रहने वाला है और आरओ के कारोबार में शामिल है। यह तीनों ही आपस में गहरे दोस्त हैं, इनकी मुलाकात शामली में एक शादी समारोह में हुई थी।
पुलिस के मुताबिक, 19 मई को प्रसाद नगर इलाके में 50 लाख लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था। जब एक फाइनेंस कंपनी के दो इम्प्लाई से वारदात को अंजाम दिया गया था। उस मामले में स्थानीय पुलिस पूरी जांच कर रही थी। उसमें नारकोटिक्स और एएटीएस की टीम भी लगी हुई थी। एसीपी ऑपरेशन ए के सिंह की देखरेख में पुलिस टीम दर्जनों सीसीटीवी फुटेज और टेक्निकल सर्विलांस की मदद से आखिरकार इस वारदात को सुलझाने में कामयाब हुई।
पुलिस ने वारदात वाली जगह से डंप डाटा निकाला और उसके आधार पर निकाले गए मोबाइल नंबर से भी मदद मिली और सबसे पहले पुलिस ने हितेंद्र सिंह के बारे में पता लगाया जो उत्तर प्रदेश के शामली का रहने वाला था। फिर पुलिस टीम ने उसके ठिकाने के बारे में पता लगाकर उसे दबोचा, उससे पूछताछ हुई तो उसने बताया कि उसका साथी श्याम यादव और सुरेश उर्फ काला लूट की इस वारदात में शामिल है।
श्याम पटेल नगर का रहने वाला है लूटे गए कैश को पटेल नगर ले जाया गया था। पुलिस टीम ने फिर छापा मारकर श्याम को भी पकड़ा और उसके बाद सुरेश को भी दिचाऊं से पकड़ा गया। इन लोगों ने पुलिस को बताया कि लूट की योजना बनाने के बाद सुरेश ने अपनी बाइक की नंबर प्लेट चेंज की। उसी बाइक से सुरेश और हितेंद्र वहां पर वारदात को अंजाम देकर फिर फरार हो गए।