नोएडा। नोएडा पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा कर 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग विभिन्न टीवी चैनलों के लिए उपलब्ध कराए जाने वाले रिचार्ज कूपन के नाम पर अमेरिका में रहने वाले अप्रवासी भारतीयों से ठगी करने थे। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। पकड़े गए आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस को सूचना मिली की सेक्टर तीन में अप्रवासी भारतीयों के साथ ठगी करने वाले कॉल सेंटर का संचालन हो रहा है। पुलिस ने संबंधित कॉल सेंटर पर छापा मारकर आरोपियों को हिरासत में ले लिया।
प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह एक विशेष ऐप के माध्यम से विदेश में रहने वाले लोगों के बारे में जानकारी एकत्र करते थे। नाम के साथ मोबाइल नंबर मिलने पर आरोपी संबंधित व्यक्ति को कॉल करते थे और किफायती दामों में हजारों टीवी चैनल उपलब्ध कराने की बात कहते थे। झांसे में आने के बाद पीड़ित आरोपियों द्वारा बताए गए खाते में रकम ट्रांसफर कर देते थे। एसीपी अरविंद कुमार ने बताया कि चैनल उपलब्ध कराने का आरोपियों के पास लाइसेंस नहीं मिला है। न ही आरोपी इसके लिए अधिकृत हैं। न ही विदेशी लोगों को कॉल करने का लाइसेंस आरोपियों के पास है। कॉल सेंटर के रजिस्ट्रेशन संबंधी दस्तावेज भी आरोपी नहीं उपलब्ध करा सके हैं।
पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) हरिश चंदर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के नाम आशीष शर्मा, प्रखर मिश्रा, सचिन सिंह,गौरव, दिनेश पाल, स्वाति और सुरमला है। उन्होंने बताया कि उनके पास से पुलिस ने लैपटॉप, हार्ड डिस्क, डेस्कटॉप, की-बोर्ड, माउस, शाहिद भारी मात्रा में उपकरण मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज बरामद किया है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है वे सभी फर्जी कॉल सेंटर के कर्मचारी हैं। गोरखपुर निवासी कॉल सेंटर का सरगना फरार है। उन्होंने बताया कि इसी साल जनवरी में सरगना ने सेक्टर-3 में कॉल सेंटर खोला था और 12 से 20 हजार प्रतिमाह की सैलरी पर कई युवकों और युवतियों को हायर किया था। कई अन्य शहरों में भी सरगना द्वारा कॉल सेंटर खोलने की बात सामने आई है।
आरोपी अमेरिका में रहने वाले भारतीयों से ठगी करते थे। आरोपियों के निशाने पर उत्तर भारत से विदेश गये लोग ज्यादा थे। सरगना प्रतिमाह आठ से दस हजार अमेरिकी डॉलर चैनल उपलब्ध कराने के नाम पर कमा लेता था। पुलिस पीड़ितों से भी संपर्क करने का प्रयास कर रही है। सरगना किराये के ऑफिस में कॉल सेंटर का संचालन कर रहा था।