इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पेशावर प्रांत में एक मस्जिद में हुए आत्मघाती हमले में मरने वालों की संख्या 95 हो गई है। कुछ घायलों की मौत हो गई, जबकि मलबे से कुछ और शव बरामद किए गए। डॉन न्यूज ने पुलिस के हवाले से बताया कि विस्फोट मस्जिद के सेंट्रल हॉल में हुआ था। विस्फोट इतना जोरदार था कि मस्जिद का एक बड़ा हिस्सा गिर गया।
पुलिस ने कहा कि खुद को उड़ाने वाला आत्मघाती हमलावर नमाज के लिए पहली पंक्ति में मौजूद था। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
पेशावर की राजधानी शहर के पुलिस अधिकारी (सीसीपीओ) मुहम्मद इजाज खान ने कहा कि हमलावर ने उस वक्त खुद को उड़ा लिया जब सैकड़ों लोग नमाज के लिए कतार में खड़े थे।
पुलिस को निशाना बनाकर किया गया हमला नमाज के दौरान मस्जिद में हुआ। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि मस्जिद पेशावर में एक अत्यधिक किलेबंद परिसर के अंदर स्थित है, जिसमें खैबर-पख्तूनख्वा (के-पी) पुलिस बल का मुख्यालय और आतंकवाद-रोधी विभाग (सीटीडी) कार्यालय शामिल हैं।
खान ने कहा, यह एक आत्मघाती हमला था। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि हमलावर रेड जोन परिसर में घुसने के लिए सुरक्षा बलों के कई घेरे को पार कर पहुंचा।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने खबर दी कि इस बात की जांच की जा रही है कि हमलावर ने सुरक्षा घेरा कैसे तोड़ा और क्या अंदर से कोई मदद मिली थी।
पेशावर के आयुक्त रियाज महसूद ने कहा कि मस्जिद के अंदर बचाव अभियान चल रहा है क्योंकि कई लोग मलबे में दबे हुए हैं।
सीसीपीओ इजाज ने भी रात में पुष्टि की कि कई पुलिसकर्मी अभी भी मलबे के नीचे फंसे हुए हैं और बचावकर्ता उन्हें बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया, मस्जिद का हॉल 400 नमाजियों से खचाखच भरा हुआ था और मरने वालों में ज्यादातर पुलिस अधिकारी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को सौंपी गई प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार, विस्फोट स्थल से एकत्र किए गए सबूतों ने पुष्टि की कि विस्फोट एक आत्मघाती हमला था और सुरक्षा चूक की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति भी गठित की गई है।
विस्फोट में दर्जनों नमाजी मलबे में फंस गए। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि छत इसलिए गिरी क्योंकि विस्फोट से मस्जिद के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए।