सहारनपुर- मां शाकुम्बरी देवी मेले का बजट 1.93 करोड़ तय हुआ है। जिला पंचायत अध्यक्ष चौधरी मांगेराम ने आज बताया कि नवरात्र में लगने वाले मेले का आयोजन जिला पंचायत करती है। मेले के दौरान मौसम खराब होने की हालत में मेले का आयोजन भूरा देव मंदिर के पास किया जाएगा।
शाकुम्बरी शक्तिपीठ की ख्याति दूर-दूर तक है। हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान से लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। देवी मंदिर की व्यवस्था रानी देवलता और उनका परिवार देखता है। उनके पुत्र आदित्य प्रताप सिंह ने जिला पंचायत अधिकारियों से कहा कि उनके ठेकेदार मंदिर के पास लगने वाली दुकानों की रसीद ना काटे।
खास बात यह है कि मंदिर में स्थापित माता शाकुम्बरी पर जो भी चढ़ावा, नगदी, चांदी के छत्र चढ़ते हैं। उस पर रानी देवलता के परिवार का अधिकार होता है। यह परिवार लाखों-करोड़ों की आय तो करता है लेकिन एक धेला भी श्रद्धालुओं की सुविधा खर्च नहीं करता है। करों के रूप में श्रद्धालुओं को मोटी रकम जिला पंचायत को अदा करनी पड़ती है।
अनेकों बार इस मंदिर का अधिग्रहण किए जाने की मांग हिंदू संगठन कर चुके हैं लेकिन परिवार के प्रभाव के सामने सत्ता नतमस्तक है। लोगों की मांग है कि माता वैष्णो देवी जैसी व्यवस्था यहां शाकुम्बरी देवी में भी की जानी आवश्यक है। लोगों को भाजपा सरकार से बहुत उम्मीद थी लेकिन उसने इस दिशा में कोई कदम ना उठाकर लाखों श्रद्धालुओं को मायूस किया है।