नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि इस साल सऊदी अरब में हज यात्रा के दौरान प्राकृतिक कारणों और दुर्घटनाओं के कारण 98 भारतीयों की मौत हो गई। पिछले सप्ताह के अंत में भारत से 175,000 से अधिक तीर्थयात्री हज यात्रा के लिए गए थे। शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “हर साल हमारे यहां से बड़ी संख्या में भारतीय तीर्थयात्रा के लिए हज पर जाते हैं।
इस साल, हमारे यहां से लगभग 1,75,000 भारतीय हज पर गए हैं। मुख्य तौर पर हज का समय 9 मई से 22 जुलाई तक है।” उन्होंने कहा, ”अब तक हमने अपने 98 नागरिकों को खो दिया है। ये मौतें प्राकृतिक कारणों, पुरानी बीमारी और बुढ़ापे के कारण हुई हैं। अराफात के दिन छह भारतीयों की मौत हुई और चार भारतीयों की मौत दुर्घटनाओं के कारण हुई। पिछले साल हज के दौरान 187 भारतीयों की मौत हुई थी।” ऐसा माना जा रहा है कि इस वर्ष की तीर्थयात्रा के दौरान भीषण गर्मी के कारण विभिन्न देशों से आए सैकड़ों लोगों की मृत्यु हो गई।
हज के दौरान सैकड़ों मिस्रवासियों की मौत की खबरों के बीच मिस्र के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि उसने अस्पतालों का दौरा करने और लापता नागरिकों को खोजने के लिए मक्का में अपनी वाणिज्य दूतावास टीमों को तैनात किया है। इसी प्रकार जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने भी इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि इस वर्ष की तीर्थयात्रा के दौरान देश के दर्जनों तीर्थयात्रियों की जान चली गई है। भारत ने तीर्थयात्रियों को मार्गदर्शन देने, खोए हुए तीर्थयात्रियों का पता लगाने तथा तीर्थयात्रा पर जाने वाले अपने नागरिकों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की।
18 जून को भारतीय हज मिशन ने कहा कि उसने इस वर्ष की तीर्थयात्रा के दौरान 100 से अधिक तीर्थयात्रियों को उनके परिवारों से मिलाकर आवश्यक सहायता प्रदान की। सऊदी अरब में भारत के राजदूत डॉ. सुहेल एजाज खान और जेद्दा में भारत के महावाणिज्य दूत शाहिद आलम भी भारतीय हज यात्रियों से बातचीत करने के साथ उनकी प्रतिक्रिया लेने के अलावा उनके समग्र कल्याण का जायजा लेने के लिए शिविरों का दौरा कर रहे हैं।