नई दिल्ली । संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ जांच कर रही लोकसभा की एथिक्स कमेटी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से महुआ की लोकसभा सदस्यता रद्द करने की सिफारिश कर सकती है।
सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा की एथिक्स कमेटी महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द करने के साथ ही पैसे के लेनदेन के मामले की जांच करने की सिफारिश भी कर सकती है। कमेटी अपनी रिपोर्ट में समिति के सदस्यों द्वारा महुआ मोइत्रा और इस मामले से जुड़े तथ्यों को गवाह के रूप में कमेटी के सामने पेश करने वाले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई से किए गए तमाम सवालों और जवाबों को अपनी रिपोर्ट में शामिल कर सकती है।
बताया जा रहा है कि एथिक्स कमेटी ने इस पूरे मामले पर विस्तार से लगभग 500 पन्नों की रिपोर्ट तैयार की है। अपनी इस रिपोर्ट में एथिक्स कमेटी ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों को काफी गंभीर मानते हुए उनके आचरण को आपत्तिजनक और अनैतिक करार दिया है। इसी को आधार बनाकर कमेटी महुआ की संसद सदस्यता रद्द करने की सिफारिश करने जा रही है।
कमेटी ने अपनी ड्राफ्ट रिपोर्ट में भारत सरकार से इस पूरे मामले की समयबद्ध, गहन, कानूनी और संस्थागत जांच की सिफारिश करते हुए महुआ मोइत्रा और दर्शन हीरानंदानी के बीच पैसों के लेन-देन की भी गहन जांच करने की सिफारिश की है। कमेटी के सभापति विनोद सोनकर 9 नवंबर गुरुवार को होने वाली एथिक्स कमेटी की बैठक में इस ड्राफ्ट रिपोर्ट पर मुहर लगवाने की कोशिश करेंगे ताकि इसे कमेटी की रिपोर्ट के तौर पर लोकसभा स्पीकर के सामने पेश किया जा सके।
हालांकि, एथिक्स कमेटी में शामिल विपक्षी दलों के सांसदों के रवैये को देखते हुए यह तय माना जा रहा है कि गुरुवार को कमेटी की बैठक में जोरदार हंगामा देखने को मिल सकता है और ज्यादा संभावना इस बात की है कि कमेटी की इस रिपोर्ट को स्वीकार करने के लिए वोटिंग करवाने की नौबत भी आ सकती है।