मुजफ्फरनगर। म़ंसूरपुर क्षेत्र के गांव खुब्बापुर के एक स्कूल में बच्चे को उसके दोस्तों से पिटवाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी नाराज जताई। सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद आनन-फानन में प्रशासन एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी बच्चे को लेकर उसका दाखिला कराने शहर के प्रतिष्ठित स्कूल शारदेन में पहुंचे।
सुप्रीम कोर्ट ने बच्चे की काउंसिलिंग टाटा सोशल इंस्टीट्यूट से कराने के आदेश दिए हैं। उधर, शुक्रवार को बीएसए भी सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए। अभी तक बच्चे का दाखिला स्कूल में नहीं कराने पर कोर्ट ने सख्त नाराजगी जताते हुए कड़ी फटकार लगाई है। खुब्बापुर में नेहा पब्लिक स्कूल में छात्र की पिटाई सहपाठियों से कराने के मामले में शुक्रवार को भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शुभम शुक्ला कोर्ट में पेश हुए और शिक्षा विभाग की ओर से हलफनामा दिया। बच्चे का दाखिला अभी तक स्कूल में न कराने पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त नाराजगी जताई है। इसी का असर रहा कि खंड शिक्षा अधिकारी संजय भारती खुब्बापुर में पहुंचे और बच्चे व उसके पिता को गाड़ी में बैठाकर मुजफ्फरनगर लेकर आए। इसके बाद एसडीएम खतौली अपूर्वा यादव शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ मुजफ्फरनगर स्थित शारदेन स्कूल पहुंची। बच्चे के दाखिले को लेकर उन्होंने प्रधानाचार्या से एडमिशन आदि को लेकर बातचीत की, एडमिशन फार्म भी ले लिया गया है।
बीएसए शुभम शुक्ला ने बताया कि बच्चे का दाखिला शारदेन स्कूल में कराया जाएगा। एडमिशन की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। उन्होंने बताया कि शासन के आदेश पर दाखिला कराया जा रहा है। अभी राइट टू एजुकेशन एक्ट के तहत दाखिला कराने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन इसकी तारीख निकल गई है। इसको लेकर शासन ही फैसला लेगा। फिलहाल बच्चे का दाखिला कराया जा रहा है।