चमोली | जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव के बाद सरकार इलाके में आपदा से निपटने की तैयारी में लगी हुई है। तो वहीं कर्णप्रयाग में भी अब जोशीमठ जैसे हालत बनते हुए दिख रहे हैं। कर्णप्रयाग में भी जिन घरों में दरारें आई है वो ओर ज्यादा चौड़ी हो गई है।
यहां भी करीब 25 घरों में बड़ी दरारें आ चुकी हैं। जिसमें से आठ घर रहने लायक नहीं बचे हैं। प्रशासन ने इन आठ इमारतों को असुरक्षित घोषित कर दिया। वहीं, प्रभावित परिवारों ने भवन खाली कर दिए, उन्हें कर्णप्रयाग नगर पालिका के रैन बसेरों में स्थानांतरित कर दिया गया।
तहसीलदार सुरेंद्र देव का यह भी कहना है कि मकान खाली करने के बाद सभी प्रभावित परिवारों को नगर पालिका के रैन बसेरों और आईटीआई कॉलेज की कक्षाओं में स्थानांतरित कर दिया गया है। इनमें से आठ परिवारों को जनवरी में शिफ्ट किया गया था। कर्णप्रयाग के बहुगुणानगर में घरों में दरारें आने से 38 परिवार प्रभावित हुए हैं।
इसके साथ ही प्रशासन और एक्सपर्ट की संयुक्त टीम ने भी बदरीनाथ हाईवे के पास स्थित आईटीआई क्षेत्र के बहुगुणा नगर और सब्जी मंडी ऊपरी हिस्से में भू-धंसाव से क्षतिग्रस्त हुए भवनों का निरीक्षण किया, जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट शासन को भेजेंगे।