गाजियाबाद। गाजियाबाद में किसान यूनियन के पदाधिकारियों व किसानों ने गन्ने का भाव घोषित न होने से आक्रोशित होकर प्रदर्शन किया। गाजियाबाद जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया।
भारतीयों किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे जहां पहुंचकर उन्होंने कुछ देर का सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नाराजगी व्यक्त कर मुख्यमंत्री के नाम सिटी मजिस्ट्रेट गंभीर सिंह को ज्ञापन सौंपा।
काफी संख्या में किसान अपनी मांगों को लेकर परिसर स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष विजेंद्र सिंह ने कहा कि बीजेपी सरकार ने उत्तर प्रदेश में गन्ने का भाव घोषित नही किया है, जिसमें ₹1 की बढ़ोतरी भी नहीं की गई है प्रकार उन्होंने सरकार पर ऐसा वैसा ही घोषित करना था जब शुरू हुआ था तो तभी क्यों नहीं किया।
आज किसानों के गन्ने पर 1 रु भी ना बढ़ाकर सरकार ने दिखा दिया कि यह सरकार किसान विरोधी सरकार है। चीनी मिलों से उनको जो पर्चियां मिल रही है पुराने भाव की ही मिल रही है किसानों के नाम पर बीजेपी सरकार में कुछ नहीं है यह सरकार बड़े-बड़े वादे करती थी कि 2022 तक हम किसानों की आय दोगुनी कर देंगे लेकिन किसानों को इन्होंने ठगने का और भहकाने का काम किया है।
आज उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में भारतीय किसान यूनियन सरकार से यह मांग कर रही है, कि पुनः विचार करके जिस तरह महंगाई बढ़ रही है हमारे गन्ने का भाव भी बढ़ाया जाए।
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष विजेंद्र सिंह ने कहा कि गन्ने का भाव ना बढ़ाकर सरकार अपनी मानसिकता जाहिर कर रही है।
किसान मोर्चा की महा पंचायत आगामी 20 मार्च को दिल्ली में होने जा रही है।
उन्होंने कहा कि 20 मार्च की महापंचायत में गन्ने के भाव का मुद्दा दिल्ली में भी जोर शोर से उठाया जाएगा क्योंकि प्रदेश में भी बीजेपी की सरकार है और केंद्र में भी बीजेपी की सरकार है गन्ने का मुद्दा उठाया जाएगा। जिलाध्यक्ष विजेन्द्र सिंह ने बतया किसानों की अगर मांगे नहीं मानी जाती तो बहुत बड़ी तादात में किसान दिल्ली के लिए कूच करेंगे।