प्रयागराज – उत्तर परदेश में सपा को एक और बड़ा झटका लग सकता है। आज़म खान, अब्दुल्ला आज़म के बाद एक और सपा विधायक की विधानसभा सदस्यता पर खतरा पैदा हो गया है। सपा विधायक पर 22 साल पुराने मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट जल्द फैसला सुनाएगा।
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की महिला विधायक विजमा यादव (Vijma Yadav) की 21 साल पुराने मामले में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। प्रयागराज की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट (Special MP MLA Court) ने इस मामले में सुनवाई करते हुए सपा विधायक (SP MLA) को अपनी सफाई और साक्ष्य पेश करने का अंतिम मौका दिया है।इस मामले में जल्द ही अदालत का फैसला आ सकता है।
दरअसल सपा विधायक विजमा यादव के खिलाफ ये मामला 21 साल पुराना है जो सहसा चौकी के सामने हुआ था। 21 सितंबर 2000 को श्यामबाबू के सात साल के बेटे आनंदी उर्फ छोटू की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी, इस मौत के बाद लोगों ने उसके शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया था और बल्ली-ईंट रखकर नाजायज तरीके से बलवा किया गया था। इस भीड़ में कई लोग असलहों से लैस थे। इन लोगों ने मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी सराय इनायत, कृपाशंकर दीक्षित और पुलिस की टीम पर ईंट और हथियारों से हमला किया था जिसके बाद काफी हंगामा देखने को मिला था।
आपको बता दें कि सपा विधायक अब्दुल्ला आजम की विधानसभा सदस्यता भी ऐसे ही मामले में रद्द कर दी गई है, मामले में एमपीएमएलए कोर्ट ने दो साल की सजा के सुनाई थी। कानून के जानकारों के मुताबिक अगर अदालत विजमा यादव के मामले में भी दो साल से ज़्यादा की सजा सुनाती है तो उनकी सदस्यता भी खतरे में पड़ सकती है।
पिछले कुछ ही माह में मुज़फ्फरनगर में खतौली के बीजेपी विधायक विक्रम सैनी समेत रामपुर में सपा के दो विधायकों आज़म खान और अब्दुल्ला आज़म की सदस्यता भी अदालत के आदेश के बाद जा चुकी है ,अब अगर अदालत ने इस मामले में भी दो साल से ज़्यादा सजा सुना दी तो इनकी सदस्यता भी खतरे में पड़ सकती है।