गाजियाबाद। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत और कई अन्य के घायल होने की खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। इस दुखद घटना के बाद प्रधानमंत्री आवास पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा हालात पर उच्चस्तरीय बैठक जारी है।
सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों ने पहलगाम हमले के संदिग्ध आतंकियों के स्केच भी जारी कर दिए हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इस हमले को पांच आतंकियों ने अंजाम दिया, जिनमें दो स्थानीय और तीन पाकिस्तानी नागरिक शामिल थे। पुलिस ने पूछताछ के लिए सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया है। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के फ्रंट संगठन TRF ने ली है।
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बताते चलें कि मंगलवार दोपहर यह हमला उस समय हुआ, जब बैसरण घाटी में बड़ी संख्या में पर्यटक मौजूद थे। इनमें उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा जैसे राज्यों के नागरिक शामिल थे। देश के कई हिस्सों में चोपड़ा बाजार व्यापारी संगठनों द्वारा बाजार बंद कर विरोध प्रदर्शन भी किए गए।
इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पंचदसनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती और निरंजन अखाड़ा की महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने तीखा आक्रोश व्यक्त किया। यति नरसिंहानंद ने रामगोपाल यादव और रॉबर्ट वाड्रा के हालिया विवादित बयानों पर भी तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि इस तरह के बयान देश के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसे हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ देश को एकजुट होकर निर्णायक लड़ाई लड़नी होगी।