बागपत। डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद के समस्त पशु चिकित्सा अधिकारी, खंड विकास अधिकारी व अधिशासी अधिकारियों के साथ जनपद में चलाए गए विशेष अभियान के संबंध में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। जिसमें एक नवंबर से जनपद में चलाए गए विशेष अभियान में जनपद में 1226 गोवंश गौशालाओं में संरक्षित किए गए हैं। शेष गोवंश को जिलाधिकारी ने 31 दिसंबर तक संरक्षित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा अगर सड़क पर चौराहे पर तिराहे पर मुख्य
मार्गों पर गोवंश नजर आते हैं तो संबंधित अधिशासी अधिकारी ,खंड विकास अधिकारी व पशु चिकित्सा अधिकारी की जिम्मेदारी तय करते हुए उन पर प्रभावी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कोई त्रिपाल टीन शेड आदि की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने अलाव जलाए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा अधिकारियों को गोवंश की चिंता होनी चाहिए।
उन्होंने अधिशासी अधिकारी बागपत को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि बागपत शहर में अगर एक भी गोवंश 31 दिसंबर तक नजर आया तो अधिशासी अधिकारी बागपत पर कार्यवाही निश्चित है। 1 नवंबर से 31 दिसंबर के 60 दिन के अभियान मे निराश्रित गोवंश को शत प्रतिशत संरक्षित किया जाएगा। यह अभियान जनपद में 60 दिन चलाया जाएगा जिसमें पंचायत विभाग ,ग्राम्य विकास विभाग,राजस्व विभाग ,नगर विकास विभाग ,गृह विभाग एवं पशुधन विभाग के अधिकारियों को सम्मिलित किया गया है। 6 विभागों की टीम द्वारा इस अभियान में तत्परता के साथ कार्य किया जा रहा है।
निराश्रित गौवंशों को गौशालाओं में संरक्षित करने के जिला अधिकारी ने निर्देश दिए उन्होंने कहा कि प्रतिदिन लक्ष्य बनाकर गोवंश संरक्षित अवश्य करें जाएं। इस कार्य में किसी भी अधिकारी की उदासीनता लापरवाही प्रदर्शित नही होनी चाहिए उन्होंने कहा जो लापरवाही करेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी। सभी पशु चिकित्सक अपने-अपने गौशालाओं में साफ सफाई, स्टॉक रजिस्टर ,दवाई रजिस्टर, लॉग बुक ,अभीलेखिकरण, दस्तावेज ,बैठने की व्यवस्था ,पानी की व्यवस्था चारे की व्यवस्था सहित सभी व्यवस्थाएं गौशाला में बेहतर होनी चाहिए साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए प्रत्येक गौशाला पर एक फ्लेक्स भी अवश्य लगा होना चाहिए।