अहमदाबाद। भाजपा और कांग्रेस के दो-दो उम्मीदवारों ने राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजों को चुनौती देने के लिए गुजरात हाई कोर्ट का रुख किया है। विसावदर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के हर्षद रिबदिया, देदियापाड़ा निर्वाचन क्षेत्र से हितेश वसावा और टंकारा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार ललित कगथारा और रधनपुर निर्वाचन क्षेत्र से रघु देसाई की शिकायतें हैं कि जीतने वाले उम्मीदवारों ने अपने हलफनामे में या तो कई विषयों को अधूरा छोड़ दिया है या चुनाव आयोग से कुछ महत्वपूर्ण जानकारी छिपाई है।
उनका आरोप है कि ऐसे उम्मीदवारों के नामांकन फॉर्म को रिटर्निग ऑफिसर द्वारा खारिज कर दिया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
अपनी दलील में कांग्रेस के पूर्व विधायक ललित कगथारा ने कहा कि भाजपा के उम्मीदवार और अब विधायक दुरलभजी देवरिया ने अपनी शैक्षणिक योग्यता के बारे में विवरण नहीं दिया है, उम्मीदवार की संपत्ति के बारे में अधूरी जानकारी है, हालांकि वह कार का मालिक है, फिर भी उसने हलफनामे में इसकी घोषणा नहीं की है। जानकारी छुपाने के लिए, रिटनिर्ंग ऑफिसर को उनकी उम्मीदवारी खारिज कर देनी चाहिए थी।
बीजेपी के हर्षद रिबडिया की शिकायत है कि आप के निर्वाचित विधायक भूपत भयानी भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं और जनता के पैसे की हेराफेरी का मुकदमा उन पर चल रहा है, लेकिन उन्होंने उम्मीदवारी दाखिल करते समय जानकारी का खुलासा नहीं किया, फिर भी रिटनिर्ंग ऑफिसर ने उनकी उम्मीदवारी को मंजूरी दे दी और चुनाव के बाद उन्हें निर्वाचित घोषित कर दिया।
याचिकाकर्ता अपने संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव परिणामों को रद्द करना चाहते हैं।