मेरठ। मेरठ नगर निगम की बोर्ड बैठक के दौरान हुए बवाल के मामले में नगर आयुक्त ने जांच से हाथ खडे़ कर दिए। नगरा आयुक्त डॉ. अमित पाल शर्मा ने इस संबंध में महापौर को पत्र भेज दिया है। महापौर का कहना है कि वो अब खुद जांच समिति गठित कर जांच कराएंगे।
पांच दिनों से नगर निगम के बवाल की जांच का सभी को इंतजार था, मगर बुधवार को नगर निगम ने इसकी जांच करने से इंकार कर दिया। शनिवार को नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों और भाजपाईयों में मारपीट की घटना हुई थी।
राज्यमंत्री और एमएलसी पर मारपीट का आरोप है। इसकी वीडियो भी वायरल हुई। महापौर ने इसकी जांच के निर्देश नगरायुक्त को दिए थे। नगरायुक्त को दो दिन में जांच रिपोर्ट देने को कहा गया था। सभी की निगाहें जांच रिपोर्ट पर लगी थीं, मगर जांच हुई ही नहीं।
नगरायुक्त डॉ.अमित पाल शर्मा ने महापौर को भेजे पत्र में नगर निगम अधिनियम का हवाला देते हुए बताया कि सदन में हुई किसी भी घटना की जांच कराने का अधिकार सभापति यानि महापौर को है। इसलिए नगर निगम इस मामले की जांच नहीं करा सकता। उधर, महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने बताया कि नगर आयुक्त का पत्र मिला है। अब आज बृहस्पतिवार को इस मामले की जांच के लिए पांच पार्षदों और दो अधिकारियों की जांच समिति गठित करेंगे।