कानपुर। उत्तर प्रदेश में कई दिनों बाद रविवार को धूप निकली और लोग घरों के बाहर दिखाई दिये, लेकिन सर्दी से बहुत अधिक राहत नहीं मिल सकी। मौसम विभाग का कहना है कि पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसके साथ ही अरब सागर में बने चक्रवात और बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं के मिलन से आगामी दिनों गरज चमक के साथ बारिश के आसार बनते दिख रहे हैं। ऐसे में शीतलहर का प्रकोप तेजी से बढ़ेगा और तापमान में भी तेजी से गिरावट होगी।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने रविवार को बताया कि लक्षद्वीप पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। लक्षद्वीप पर बने चक्रवाती परिसंचरण से विदर्भ तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात से पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण तक फैली हुई है। एक ट्रफ रेखा दक्षिण श्रीलंका से लेकर दक्षिण आंध्र प्रदेश तट तक दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी से होते हुए गुजर रही है। आठ जनवरी से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित करने की संभावना है। ऐसे में फिलहाल उत्तर प्रदेश में लोगों को सर्दी से राहत नहीं मिलेगी और गरज चमक के साथ हल्की बारिश के आसार है। इससे सिहरन भरी सर्दी या यूं कहे कि शीतलहर का प्रकोप तेजी से बढ़ेगा। हालांकि आज उत्तर प्रदेश के अधिकांश जनपदों में अच्छी धूप निकली और मौसम भी सुबह से ही साफ रहा। दोपहर के बाद बादलों की हल्कीं आवाजाही से लोगों को ठण्ड का अहसास पहले की ही भांति रहा। इसके अलावा धूप में चली ठंडी हवा अपना असर दिखाती रही।
बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 18.8 और न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 95 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 68 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 2.1 किमी प्रति घंटा रही।
मौसम पूर्वानुमान के अनुसार आसमान में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण 9 से 11 के मध्य तेज हवाओं, गरज़-चमक एवं ओलावृष्टि के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। इसके साथ ही प्रातःकाल एवं रात्रि के समय शीत लहर व घने कोहरा छाये रहने के आसार हैं।