सहारनपुर। दिल्ली एम्स में भर्ती सहारनपुर का बंदी सुरक्षा कर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया। इस मामले में बंदी रक्षक को निलंबित कर दिया गया है, जबकि पीएसी के जवान के खिलाफ कार्रवाई को वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा है।
जानकारी के अनुसार कोतवाली सदर बाजार सहारनपुर पुलिस ने नौ फरवरी को धोखाधड़ी के मामले में जनपद बागपत के कस्बा टीकरी की पट्टीमैन निवासी अरुण शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अरुण शर्मा तभी से जेल में बंद था। 21 फरवरी को एक मामले में अरुण शर्मा की उत्तराखंड़ के जनपद हरिद्वार की अदालत में पेशी थी।
पुलिसकर्मियों के साथ अरुण जब वापस लौट रहा था, तो रास्ते में उसे उल्टी आनी शुरू हो गई। इसकी जानकारी संबंधित पुलिसकर्मियों ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक अमिता दूबे को दी। इसके बाद जिला कारागार के अस्पताल में अरुण को भर्ती कराया, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। इसके बाद उसे जिला अस्पताल और यहां से राजकीय मेडिकल कॉलेज पिलखनी रेफर किया गया।
मगर, तबियत ठीक न होने पर चिकित्सकों ने उसे दिल्ली एम्स के लिए रेफर कर दिया। बंदी रक्षक आदित्य सोम और पीएसी का जवान विवेक कौशिक ने अरुण शर्मा को दिल्ली एम्स में भर्ती कराया। जहां से वह पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया। इसका पता लगते ही वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बंदी रक्षक आदित्य सोम को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। विवेक कौशिक के खिलाफ कार्रवाई के लिए पीएसी के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा है।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक अमिता दूबे ने बताया कि एम्स में भर्ती बंदी अरुण फरार हुआ है। लापरवाही बरतने पर बंदी रक्षक को निलंबित किया है। पीएसी के जवान के खिलाफ कार्रवाई को उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है।