सहारनपुर (देवबंद)। सहारनपुर जनपद के महत्वपूर्ण कस्बा देवबंद निवासी सिद्धार्थ गुप्ता ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की प्रतिष्ठित परीक्षा में प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है।
जिलाधिकारी सहारनपुर डॉ0 दिनेश चंद्र ने आज सिद्धार्थ गुप्ता की इस सफलता पर उनको बधाई देते हुए शुभकामनाएं दी एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। जिलाधिकारी डा.दिनेश चन्द्र ने कहा कि जनपद के जो लोग प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने का प्रयास कर रहे हैं या जिन्होंने परीक्षाएं दी हैं उनके लिये सिद्धार्थ गुप्ता प्रेरणादायी बनेंगे।
जिलाधिकारी डा.दिनेश चन्द्र ने तहसील देवबंद में एसडीएम के पद का समय याद करते हुए कहा कि मुझे याद है वह क्षण जब मैं उप जिलाधिकारी देवबंद के रूप में 2007-08 में देवबंद में थे। वहां पर राजेश गुप्ता और अन्य उद्यमी लगातार मुझसे मिलने आते और उनके यह सुपुत्र उस समय दून इंटर कॉलेज में शिक्षा प्राप्त कर रहे थे।
सिद्धार्थ गुप्ता अक्सर मुझसे मिलने आते थे और समय-समय पर मेरे द्वारा उनको प्रोत्साहित भी किया गया। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में फिजिक्स से बीएससी ऑनर्स करने के पश्चात सिविल सर्विस की तैयारी के दौरान भी लगातार राजेश गुप्ता मेरे संपर्क में रहे और मेरे द्वारा जो भी समुचित और उचित मार्गदर्शन हो सकता था वह दिया गया। और उसके बाद कई बार सफलता असफलता के दौर में उन्होंने हमेशा उनके पिताजी को बताया कि हिम्मत हारने की जरूरत नहीं क्योंकि एक दिन अवश्य सफलता मिलेगी और आज उसी का परिणाम है कि सिद्धार्थ गुप्ता की कड़ी मेहनत, कठोर साधना और उनके माता-पिता, गुरुजनों के आशीर्वाद से उन्होंने यूपीपीएससी-2023 की परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त कर जनपद और देवबंद का गौरव बढ़ाया है।
जिलाधिकारी डा.दिनेश चन्द्र ने सफल हुए छात्रों से कहा कि इस परीक्षा को एक सीढ़ी के रूप में लें यह आपकी मंजिल नहीं है आगे बढ़ने के लिये निरन्तर प्रयासरत रहें। आप चाहे किसी भी क्षेत्र में कार्य करें समाज के लिये आप क्या अच्छा कर सकते हैं इसके लिये हमेशा प्रयासरत रहें। उन्होंने विश्वास जताया कि आप सभी पूर्ण सेवा भाव एवं समर्पण से राष्ट्र निर्माण में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करेंगे।
डीएम डॉ0 दिनेश चन्द्र ने सिद्धार्थ गुप्ता के साथ चयनित अन्य अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए कहा कि जब आप लगन व मेहनत से कोई कार्य करते हैं तो उसके सार्थक परिणाम आपके सामने होते हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षा में तो बहुत से छात्र बैठते हैं परन्तु उसमें कुछ ही छात्र सफल होते हैं। इससे असफल छात्रों को निराश न होते हुए सीख लेकर फिर से एक नये जोश के साथ तैयारी करने की आवश्यकता होती है। आप कभी हार न मानें अपनी कमियों को चिन्हित कर उन्हें दूर करें आपको निश्चित रूप से सफलता मिलेगी।