नयी दिल्ली- उत्तराखंड कांग्रेस की चुनाव समिति में जगह न मिलने से नाराज बताए जा रहे पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने पार्टी छोड़ने की खबरों को निराधार और राजनीति से प्रेरित बताया है।
श्री प्रताप ने शनिवार देर शाम यहां जारी बयान में कहा,“कुछ समाचार पत्रों में मेरे कांग्रेस छोड़ने के बारे में छपी खबरें निराधार और राजनीति से प्रेरित है। पार्टी की राज्य चुनाव समिति को लेकर मेरा कुछ मतभेद था लेकिन आज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलकर यह मतभेद दूर हो गया है।”
उन्होंने कहा,“पार्टी छोड़ने का कभी कोई सवाल ही नहीं था। पिछले 25 सालों में रात दिन कांग्रेस को मजबूत करने में अपनी भूमिका निभाई है। यह सही है कि संसद और विधानसभा के टिकट से मेहरूम करना उचित नहीं है और योग्यता और त्याग के आधार पर पार्टी के फैसले होने चाहिए लेकिन यह सब सवाल वह पार्टी के मंचों पर उठाएंगे। कांग्रेस की मेनिफेस्टो कमेटी की बैठक में शामिल हुआ हूँ और अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी मिलूंगा।”
श्री प्रताप ने आगे कहा,“आज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करण महरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पार्टी के केंद्रीय नेता भक्त चरणदास, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, शूरवीर सिंह साजवाण, प्रीतम सिंह और अन्य कई नेताओं से मिला और पार्टी को मजबूत करने को लेकर विचार किया। यही नही श्री खडगे के निकटतम सहयोगी सरदार सफल से भी बात की और राज्य की राजनीति राज्य के संगठन और आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति पर भी विचार किया।”
उन्होंने कहा कि वह उत्तराखंड की प्रभारी कुमारी सैलजा से भी मिलेंगे और लोकसभा चुनाव के लिए अपनी दावेदारी पेश करेंगे।