मेरठ। पुलिस भर्ती परीक्षा में सेंधमारी रोकने के लिए एआई तकनीक का सहारा लिया जाएगा। यूपी पुलिस की आनलाइन कम्प्यूटर आपरेटर परीक्षा में सेंधमारी होने के बाद अब पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर अधिकारी बेहद सतर्कता बरत रहे हैं। पुलिस भर्ती परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पुलिस भर्ती परीक्षा में सेंधमारी रोकने के लिए पहली बार एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टैक्नालाजी का उपयोग किया जाएगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फशियल रिक्रोनिमेशन टेक्नालाजी यानी एआई एफआरटी का प्रयोग एडीजी ध्रुवकांत ठाकुर ने बताया कि हर परीक्षा केंद्र पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फशियल रिक्रोनिमेशन टेक्नालाजी यानी एआई एफआरटी का प्रयोग किया जाएगा। इस तकनीक से गुजरने के बाद अभ्यार्थी को परीक्षा कक्ष में प्रवेश मिलेगा। उन्होंने बताया कि जो तैयारियां की गई है उसमें गड़बड़ी की गुंजाइश तनिक भी नहीं है। बता दें यूपी पुलिस में पहली बार कास्टेबल पद पर 60244 अभ्यार्थियों की भर्ती की जाएगी। यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा की निष्पक्षता और परदर्शिता एक बड़ी चुनौती है। बता दें यूपी में पिछली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी के बाद ये भर्ती बड़े स्तर पर हो रही है।
सभी परीक्षा केंद्रों के आसपास जैमर लगाए जाएंगे। जिससे कि परीक्षा केंद्र के आसपास सभी प्रकार के मोबाइल सिग्नल या संचार माध्यम को जाम कर दिया जाएगा। ऐसा परीक्षा की गोपनीयता बनाए रखने के लिए किया गया है। इसके अलावा प्रत्येक परीक्षा केंद्र में सभी कमरों में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। परीक्षा केंद्र के अलावा जिला प्रदेश स्तर पर बने कंट्रोल रूम में इन सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से नजर रखी जाएगी। प्रत्येक व्यक्ति के चेहरा कई डेटा बिंदुओं में विभाजित होता है। जैसे आंखों के बीच की दूरी, गालों की ऊंचाई, आंखों और मुंह के बीच की दूरी सहित कई चीजें शामिल होती हैं। एआई तकनीक से चेहरे की पहचान उन डेटा बिंदुओं की खोज करती है। इसमें अगर कुछ भिन्नता होती है तो उसको पकड़ लेती है। चेहरे पर मास्क, धूप का चश्मा और बेसबाल टोली पहनने के बावजूद भी यह तकनीक व्यक्ति को पहचान लेती है।
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर तीन स्तरीय चेकिंग व्यवस्था होगी। सबसे पहले परीक्षा केंद्र के मुख्य गेट पर बायोमेट्रिेक और आई चेकिंग होगी। इसके बाद दूसरे स्तर पर एआई एफआरटी तकनीक से जांच होगी। तीसरे स्तर पर परीक्षा केंद्र के कमरे में सीसीटीवी कैमरे से निगरानी होगी। पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर लखनऊ में दो दिवसीय ट्रेनिंग भी दी गई है। इसके अलावा साइबर सेल, सर्विलांस सेल, एसओजी और एसटीएफ के साथ ही स्थानीय पुलिस इंटेलिजेंसी को भी लगाया गया है। जिससे कि नकल माफिया पर शिकंजा कसा जा सके। परीक्षा में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।