बाराबंकी। श्री लोधेश्वर महादेवा में होने वाले महाशिवरात्रि मेले की तैयारी में अबकी बार प्रशासन सुस्त है। महाशिवरात्रि 8 मार्च को है लेकिन यहां लगने वाला शिवरात्रि मेला 15 दिन पहले से ही शुरू हो जाता है। शिव भक्त काँवड़ लेकर मनवांछित फल की कामना के लिए यहां आते हैं। मेला शुरू होने में मात्र एक सप्ताह शेष है। अभी तक फागुनी मेले को लेकर महादेवा में कोई तैयारी नहीं शुरू की गई है। इस संबंध में शासन प्रशासन द्वारा अभी तक कोई आदेश नहीं दिया गया है, कि मेला क्षेत्र में साफ सफाई का कार्य शुरू हो सके।
माघ पूर्णिमा के बाद कांवरियों का आना शुरू हो जाता है। 15 दिन पूर्व से भगवान शिव के भक्त बिठूर से पवित्र गंगा जल लेकर लोधेश्वर महादेवा के लिए प्रस्थान कर देते हैं। इस मेले में कोने-कोने से काफी संख्या में शिव भक्तगण पैदल कांवर लेकर हर हर महादेव का जयकारा लगाते हुए पंक्ति में लोधेश्वर महादेवा की ओर बढ़ते चले आते हैं । वैसे यहां पर कजरी तीज ,अगहनी, मलमास ,सावनी जैसे अनेक मेले लगते हैं ।लेकिन फाल्गुनी मेले का यहां पर बड़ा महत्व है । यह सबसे बड़ा मेला होता है। जिसकी तैयारी पहले से शुरू कर दी जाती है। लेकिन इस बार शासन प्रशासन द्वारा अभी यहां पर कोई कार्य शुरू नहीं किया गया है। जगह-जगह पर गंदगी फैली हुई है। यहां पर लगे इंडियामार्का नल खराब पड़े हुए हैं । जब मेला नजदीक आता है, तब इन नलों की मरम्मत शुरू होती है। मुख्य मार्गों से लेकर पूरे मेला क्षेत्र में गंदगी का साम्राज्य फैला हुआ है। दूर दराज से आने वाले शिव भक्तगण इन्हीं प्रांगण में खुले आसमान के तरे आराम करते हैं। यहां पर बने रैन बसेरे भी बहुत कम है, जो है भी उसमें पुलिस ,पीएसी का कब्जा रहता है। ऐसी स्थिति में शिव भक्तगण भगवान शिव के सहारे खुले में रुक कर भोजन आदि की व्यवस्था करते हैं और वहीं पर विश्राम करते हैं। मेले के संबंध में प्रशासनिक व्यवस्था अभी तक शून्य है। हा पुलिस ने जरूर इसकी तैयारी बना रखी है।
थाना प्रभारी रामनगर रत्नेश कुमार पांडे ने बताया की पुलिस की सारी व्यवस्था हो रही है दो-तीन दिनों में ही मीटिंग करके पुलिस की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त कर दी जाएगी। ऊपर के अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।