आगरा। अपार्टमेंट की आठवीं मंजिल से अधिवक्ता सुनील शर्मा की मौत के मामले में आगरा के वकील लामबंद हो गए हैं ।
वकीलों ने दीवानी से निकल कर एमजी रोड पर पैदल मार्च करते हुए पुलिस प्रशासन का पुतला फूंक जमकर प्रदर्शन किया। पुतला दहन के दौरान अधिवक्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच खींचतान भी हुई ।
जन मंच के अध्यक्ष और अधिवक्ता अजय चौधरी ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कहा है की अधिवक्ता सुनील शर्मा के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत था तो उस में पहले विवेचना होनी चाहिए थी, उन्होंने कहा कि अभियोग पंजीकृत होते ही कोई भी व्यक्ति अभियुक्त नहीं हो जाता , इस मामले में जांच होनी चाहिए थी। लेकिन इसके इतर पुलिस ने रात को 11:30 बजे एक अधिवक्ता के घर पर दबिश दी।
अधिवक्ता सुनील शर्मा की जिन परिस्थितियों में मौत हुई है , यह परिस्थितियां संदिग्ध है , जन मंच के अधिवक्ताओं ने सरकार से मांग की है कि इस मामले में दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाए और उन्हें जेल भेजा जाए । सभी अधिवक्ता एकजुट होकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे । अधिवक्ताओं के अन्य संगठनों का कहना है सुनील शर्मा के दोषियों पर खिलाफ अगर कार्यवाही नहीं होती है । तो आने वाले समय में पुलिस प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर आंदोलन को और उग्र किया जाएगा ।
आपको बताते चले अपहरण और जबरन बैनामा कराने के आरोप में वांछित आगरा के अधिवक्ता सुनील शर्मा की 8वीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई। शुक्रवार की रात पुलिस टीम दबिश देने के लिए पहुंची थी। सूचना है कि पुलिस के आने की आहट से अधिवक्ता ने छिपने का कोशिश की, लेकिन वह नीचे गिर पड़े। गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग और गार्ड पहुंच गए। देखा तो अधिवक्ता सुनील शर्मा लहूलुहान हालत में नीचे पड़े थे। पुलिस अधिवक्ता को एसएन मेडिकल लेकर पहुंची। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।