मुंबई। मुंबई पुलिस कुख्यात गैंगस्टर प्रसाद विट्ठल पुजारी को यहां वापस ले आई है, जिसे इंटरपोल नोटिस के बाद फरवरी 2023 में गिरफ्तार किया गया था। यह चीन से किसी वांछित भगोड़े का पहला निर्वासन है। अधिकारियों ने शनिवार को यह बात कही।
मुंबई के विक्रोली उपनगर के निवासी पुजारी (44) को साथ लेकर मुंबई पुलिस अधिकारियों की एक टीम सुबह की उड़ान से यहां पहुंची। क्राइम ब्रांच की एंटी-एक्सटॉर्शन सेल द्वारा औपचारिक गिरफ्तारी से पहले उसे पुलिस लॉकअप में रखा गया था।
पुजारी को बाद में महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) की एक विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसने उसे 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
पुजारी पिछले 20 वर्षों से सुभाष, सिद्धार्थ शेट्टी, सिड, जॉनी आदि जैसे विभिन्न उपनामों का उपयोग करके चीन और हांगकांग में रह रहा था।
वह अपने ठिकानों से अंतर्राष्ट्रीय सिम कार्ड और टेलीफोन नंबरों का उपयोग करके राजनेताओं, व्यापारियों, फिल्मी हस्तियों, निर्माता-निर्देशकों और अन्य सेलेब्स को निशाना बनाकर जबरन वसूली रैकेट चलाता था। पुलिस ने कहा कि उसके खिलाफ मुंबई के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में बड़े अपराधों के कम से कम आठ मामले दर्ज थे।
विक्रोली उपनगर के टैगोर नगर के निवासी पुजारी ने लगभग तीन दशक पहले कुमार पिल्लई और छोटा राजन निखलजे (दोनों निर्वासित) के गिरोह के साथ अपने गैंगलैंड करियर की शुरुआत की थी।
हालांकि, उनके साथ मतभेद पैदा होने के बाद पुजारी अपनी स्वतंत्र ‘माफिया कंपनी’ बनाने के लिए अलग हो गया। उसका लक्ष्य मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे में बड़े सेठों को धमकाकर उनसे रकम वसूलना था।
2019 में एक समय वह शिवसेना नेता चंद्रकांत जाधव पर गोलीबारी करने की घटना में शामिल था। इस घटना में जाधव तो जीवित बच गए, लेकिन इसने अमीर और शक्तिशाली लोगों के बीच खौफ बढ़ा दिया।
इंटरपोल की गुप्त सूचना के बाद और 2012 के रेड कॉर्नर नोटिस पर कार्रवाई करते हुए पुजारी को फर्जी पासपोर्ट रखने के आरोप में फरवरी 2023 में हांगकांग में पकड़ा गया था।
पुजारी ने एक चीनी महिला से विवाह किया और एक बच्चे का पिता है। उसकी गिरफ्तारी उस समय हुई, जब वह हांगकांग से शेन्ज़ेन के लिए उड़ान भरने की योजना बना रहा था।
पिछले साल मुंबई पुलिस को जैसे ही पुजारी की गिरफ्तारी के बारे में पता चला, उसने निर्वासन/प्रत्यर्पण की कार्यवाही शुरू की और आखिरकार एक साल के प्रयासों के बाद उसे चीन से वापस लाने में कामयाब रही।
साल 2020 में मुंबई पुलिस ने पुजारी की मां इंदिरा विट्ठल पुजारी को 10 लाख रुपये फिरौती के लिए विक्रोली बिल्डर के अपहरण-सह-जबरन वसूली मामले में कथित संलिप्तता और प्रॉक्सी द्वारा अपना रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
सिंगापुर द्वारा कुमार पिल्लई के प्रत्यर्पण के बाद पुजारी ने उनके व्यापारिक क्षेत्र पर कब्जा कर लिया और मुंबई और उसके आसपास प्रमुख हस्तियों को निशाना बनाकर गोलीबारी, अपहरण, हत्या के प्रयास, मौत की धमकियां देना और उनसे जबरन वसूली का रैकेट चलाना शुरू कर दिया।