मुजफ्फरनगर। महाविद्यालय में होली के अवकाश के कारण 8 मार्च को होने वाला अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 4 मार्च को मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना द्वारा किया गया। जिसकी मनमोहक प्रस्तुति संगीत विभाग की शिवानी गुप्ता तथा छात्राएं खुशी कश्यप, आकांक्षा, शिवानी तथा प्रतिष्ठा ने की। मुख्य अतिथि के रूप में कृषि विज्ञान केंद्र बघरा से डॉ सरिता आर्या, अपर जनपद न्यायाधीश अनिल कुमार, पीआईवी से धनीराम और गौरव मलिक, तथा कुo सृष्टि रहे।
सभी अतिथि गणों को पुष्प देकर उनका स्वागत किया गया। डॉ सरिता आर्य ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि समाज के प्रति कर्तव्य के साथ-साथ हमें अपनी सेल्फ रिस्पेक्ट करनी चाहिए साथ ही हमें समाज में प्रतिष्ठा व सम्मान पाने के लिए अपने चरित्र को सही रखना, गलत को पहचानना, माता पिता और गुरु का सम्मान करना चाहिए।
अनिल कुमार ने कहा कि हमारे देश का भविष्य महिलाओं के बिना संभव नहीं है समाज में समानता लाने के लिए महिलाओं को अपनी सोच बदलनी होगी और यह समझना होगा कि हम हर समस्या को सुलझाने में सक्षम है। योग्य है मां की भूमिका को बताते हुए कहां कि हमारे जीवन में मां का स्थान सर्वोपरि होना चाहिए वही हमारी प्रथम मित्र और प्रथम गुरु होनी चाहिए आयशा निगम शिवानी निशांता लाइबा करिश्मा, और सोफिया द्वारा महिला दिवस पर भाषण, कविताएं प्रस्तुत की गयीं। कॉलेज की प्रवक्ता संजीवनी जी ने महिलाओं से संबंधित कविता और प्रशांत जी ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम के अंत में कॉलेज की प्राचार्या डॉ संगीता चौधरी ने सभी अतिथियों को सह्रदय धन्यवाद दिया और कहा कि महिलाओं के योगदान और उपलब्धियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए देश के विभिन्न क्षेत है।