मुजफ्फरनगर। बीती रात पचैंडा कलां निवासी विजय चौधरी की हत्या पुरानी रंजिश में की गई थी। हत्यारोपी नीरज ने अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए सिर कुचलकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस लाइन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि विगत रात्रि में पचैंडा पुलिया के पास ट्यूबवैल पर हुई हत्या की घटना का 24 घण्टे के अन्दर हत्या का खुलासा करते हुए 1 हत्यारोपी को पचैण्डा पुल के पास खाली पड़े प्लॉट से गिरफ्तार किया। अभियुक्त की निशानदेही से आलाकत्ल एवं 1 मोटरसाइकिल बरामद की गयी।
बीते दिवस वादिया श्रीमती सोनिया पत्नी विजय चौधरी निवासी गाँधी कॉलोनी थाना नई मण्डी ने थाना नई मण्डी पुलिस को लिखित तहरीर देकर बताया कि उसके पति विजय की ट्यूबवैल पर सिर में चोट मारकर हत्या कर दी गयी है । तहरीर के आधार पर थाना नई मण्डी पुलिस द्वारा तत्काल मुकदमा दर्ज कर लिया गया और घटना को गम्भीरता से लेते हुए घटना के सफल अनावरण तथा अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु टीमों का गठन किया गया था।
विवेचना के दौरान अभियुक्त नीरज पुत्र धर्मवीर निवासी ग्राम पचैण्डा कलां, थाना नई मण्डी का नाम प्रकाश में आया तथा घटनास्थल से आलाकत्ल ईंट का टुकड़ा, मृतक की मोटरसाइकिल व अन्य सामान बरामद किया गया था। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम, पता नीरज पुत्र धर्मवीर निवासी ग्राम पचैण्डा कलां, थाना नई मण्डी बताया है।
प्रारम्भिक पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त नीरज द्वारा बताया गया कि मैं पशुचिकित्सक का कार्य करता हूं। वर्ष 2008 में मेरे पिता की हत्या गाँव के ही अमित, विजय पुत्रगण हरवीर व डॉक्टर चन्द्रवीर निवासी मुस्तफाबाद ने कर दी थी। मेरे द्वारा लिखाए गए मुकदमें में अमित ही जेल गया था, जो कि जमानत पर छूट गया था, जिसकी वर्ष 2013 में मृत्यु हो गयी थी। हमारा तथा विजय का खेत आस-पास है। विजय जब भी मुझे मिलता था, तो मुझे चिढाते हुए कहता था कि जैसे तेरे पिता की हत्या करके मेरा कुछ नहीं बिगड़ा इसी तरह किसी दिन तेरी भी हत्या कर दूंगा। इस पर मैंने विजय को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
बुढ़ाना से पशुओं को दवाई देकर वापस आते समय जब मैं शराब खरीदने के लिये पचैण्ड़ा पुल के पास शराब के ठेके पर गया, तो वहीं पर मुझे विजय भी मिल गया, जो उस समय शराब के नशे की हालत में था उसे नशे की हालत में देखकर मैंने उसकी हत्या की योजना बनाई। योजनानुसार मैंने शराब के ठेके से शराब खरीदी तथा कुछ शराब हम दोनों नें वहीं ठेके पर पी ली। शराब पीने के बाद मैंने विजय से कहा कि बाकी शराब को ट्यूबवैल पर बैठ कर पीते हैं। विजय और मैं अपनी-अपनी मोटरसाईकिल से विजय की ट्यूबवैल पर पहुँचे तथा वहां बैठ कर और शराब पी। विजय को जब अधिक नशा हो गया, तो मैंने पास पड़ी ईंट उठाकर विजय के सिर में प्रहार कर हत्या कर दी। जब मुझे यह विश्वास हो गया कि विजय की मृत्यु हो चुकी है, तो मैं मोटरसाईकिल लेकर अपने घर चला गया। विजय की हत्या करते समय उसका खून मेरे कपड़ों पर भी लग गया था, उन कपड़ों को मैंने रात में ही धो दिया।
अगले दिन सुबह मैं अपनी पत्नि व बच्चों को लेकर कहीं चला गया था तथा जब मुझे लगा कि अब किसी का शक मेरे ऊपर नही है, तो मै शाम को अपने घर वापस आ गया। पुलिस ने 2 खाली पव्वे देशी शराब, 1 पानी की बोतल (घटना स्थल से, 1 चाबी का गुच्छा, 1 मिल की पर्ची, 296/- रूपये नगद, 1 मोटर साईकिल एचएफ डीलक्स नीरज के कब्जे से मिली है, इसके अलावा 1 पत्थर का टुकड़ा तथा 1 ईंट का टुकड़ा जिस पर रक्त लगा है व 1 मोटरसाईकिल एचएफ डीलक्स नंबर यूपी 12 एएस 5183 मृतक की घटनास्थल से बरामद की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने थाना नई मण्ड़ी पुलिस द्वारा किये गये सराहनीय कार्य के लिये पुलिस टीम को 5०००/- रुपये के नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया है।