मेरठ। लोहियानगर थाना क्षेत्र के चांदसारा गांव में वेल्डिंग मिस्त्री की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए हत्या की आशंका जताकर हंगामा किया। परिजन जहां इसे हत्या बता रहे हैं, वहीं पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं आने के चलते विसरा सुरक्षित रखा गया है। पोस्टमार्टम में मृतक के शरीर पर कोई चाेट का निशान नहीं मिला है। हत्या के आरोप गलत हैं।
हापुड़ के सिंभावली थाना क्षेत्र के रतुपुरा गांव निवासी अफजाल पुत्र शकील पत्नी साजिया के साथ तीन बच्चों के साथ किराए पर चांदसारा गांव में रह रहा था। वह गांव में वेल्डिंग का काम करता था। सुबह पत्नी शाजिया की चीख सुनकर लोग पहुंचे तो अफजाल मृत पड़ा था। गांव के लोगों ने इसकी जानकारी अफजाल के बड़े भाई अफसार को दी तो परिजन चांदसारा पहुंच गए। परिजनों ने अफजाल के शरीर पर चोट के निशान बताते हुए हत्या की बात कहकर हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने गंभीर आरोप लगा दिए। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके से सुबूत जुटाकर जांच पड़ताल की।
आरोपों के चलते पुलिस ने अफजाल की पत्नी शाजिया से भी पूछताछ की।
गाजियाबाद मसूरी के कमालपुर गांव निवासी शाजिया ने बताया कि उसकी शादी 13 साल पहले हुई थी। तीन बच्चों में सबसे बड़ी बेटी 12 साल की है। परिजनों ने इस मामले में हत्या की आशंका जताते हुए तहरीर दे दी। शाम को शव का पोस्टमार्टम कराकर पुलिस ने परिजनों के सुपुर्द कर दिया। लोहियानगर थाना प्रभारी संजय पांडे ने बताया कि परिजन जो आरोप लगा रहे थे, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऐसा कोई चोट का निशान नहीं मिला है। सीओ कोतवाली आशुतोष कुमार ने बताया कि परिजन गलत आरोप लगा रहे हैं। हत्या का मामला नहीं है।