यरुशलम/तेहरान। इजरायल पर ईरानी ड्रोन हमले के सात दिनों बाद शुक्रवार को इजरायल ने ईरान पर जवाबी हमले में मिसाइलें दागीं, जो इस्फ़हान प्रांत में गिरीं।
इनसे ईरान को हुए नुकसान के बारे में अब तक कोई पुष्ट खबर नहीं है। इस बीच, सीरिया ने भी दावा किया है कि इजरायली हमले में देश के दक्षिणी भाग में रक्षा ठिकानों को नुकसान पहुंचा है।
ईरानी समाचार एजेंसी फार्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरानी प्रांत इस्फ़हान में तीन विस्फोट सुने गये हैं। ये विस्फोट ड्रोन अथवा मिसाइलों से किये गये हमले के फलस्वरूप हुए हैं, जिसके बाद ईरान की वायु रक्षा प्रणालियों को सक्रिय कर दिया गया है।
ईरानी समाचार एजेंसी आईएसएनए ने रिपोर्ट में एक ईरानी सैन्य अधिकारी का हवाला देते हुए कहा कि सेना का रडार स्टेशन संभावित निशाना हो सकता है। साथ ही, यह भी कहा गया है कि क्षेत्र में कई कार्यालय भवनों की खिड़कियां उड़ गईं लेकिन हमले के परिणामस्वरूप कोई बड़ी क्षति नहीं हुई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि हमले के बाद इस्फ़हान में शांति है और यातायात सामान्य बना हुआ है। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने इस हमले को तूल देने और बदले की कार्रवाई के लिए कोई उत्तेजना नहीं दिखायी है। रिपोर्ट में एक सैन्य अधिकारी के हवाले से यह कहा गया कि ईरान को इस हमले के पीछे विदेशी हाथ होने की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने कहा, “हम पर कोई बाहरी हमला नहीं हुआ है और चर्चा का विषय हमले से ज्यादा घुसपैठ पर केन्द्रित है।”
इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने कहा कि शनिवार की रात, ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर ने इजरायली क्षेत्र पर अपने पहले सीधे हमले में इजरायल पर 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें प्रक्षेपित की थीं। यह हमला अप्रैल की शुरुआत में सीरिया की राजधानी में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर इजरायल के हवाई हमले के जवाब में हुआ था। इजरायली सेना के अनुसार इजरायल ने सभी ड्रोन सहित ईरान द्वारा दागे गए 99 प्रतिशत हवाई अस्त्रों को हवा में ही रोक दिया गया था।
बेरुत में सीरिया के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इजरायल ने मध्यरात्रि के बाद कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों से रॉकेट हमला किया और दक्षिणी सीरिया में एक हवाई रक्षा ठिकाने पर हमला किया है, जिससे काफी क्षति हुई है।