धार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की ओर से भारतीय जनता पार्टी के ‘400 पार’ के नारों पर सवाल उठाने वालों को जवाब देते हुए आज कहा कि विपक्ष 400 पार के संदर्भ में अफवाहें फैला रहा है और भाजपा के पास तो एनडीए प्लस के तौर पर 400 का समर्थन पहले से ही था।
मोदी मध्यप्रदेश के धार जिले में धार संसदीय क्षेत्र के पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में चुुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव के पहले चरण में विपक्ष पस्त पड़ा। दूसरे में ध्वस्त हुआ। आज तीसरे चरण के बाद उन्हें जो छोटे-छोटे तारे दिखाई भी दे रहे होंगे, वो भी अस्त होना तय हो जाएगा। पूरे देश ने ‘फिर एक बार मोदी सरकार’ ठान लिया है।
डॉ भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली इंदौर जिले के महू से कुछ दूर स्थित धार में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि अगर बाबा साहब अंबेडकर का संविधान नहीं होता तो मोदी यहां नहीं होता। आज भी एक ही परिवार का राज चल रहा होता। संविधान की ताकत है कि नामदार को हटा कर देश के एक कामदार को कुर्सी पर बैठा दिया। यही वजह है कि कांग्रेस डॉ अंबेडकर से नफरत करती है।
उन्होंने कहा कि इसी नफरत में कांग्रेस ने एक और चाल चली है। वो चाहती है कि संविधान बनाने का श्रेय डॉ अंबेडकर को ना मिले, इसलिए कांग्रेस ने कहना शुरु कर दिया है कि अंबेडकर का योगदान कम था, संविधान बनाने में सबसे बड़ी भूमिका उनके चाचा नेहरू की थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि परिवारवादियों ने पहले इतिहास तोड़ा मरोड़ा, आजादी के महान सपूतों को भुला दिया और खुद का महिमामंडन करने के लिए झूठा इतिहास लिखा और अब संविधान को लेकर झूठ गढ़ रहे हैं। सच ये है कि कांग्रेस का ये परिवार अंबेडकर से नफरत करता है। कांग्रेस ने अंबेडकर की राजनीति खत्म करने की हर साजिश रची।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि हार की हताशा में कांग्रेस और इंडी गठबंधन वाले नई अफवाह उड़ा रहे हैं। वे कह रहे हैं कि मोदी को 400 सीटें मिल गईं तो मोदी संविधान बदल देगा। कांग्रेस वालों की बुद्धि पर वोटबैंक का ताला पड़ गया है। उन्हें पता होना चाहिए कि मोदी के पास एनडीए प्लस के तौर पर 400 का समर्थन तो पहले ही था। उन्हें इतना भी याद नहीं है। पिछले चुनाव मेंं जनता की ऐसी मार पड़ी है उन्हें कि अब तक होश नहीं आया है।
उन्होंने इसका गणित स्पष्ट करते हुए कहा कि 2019 के बाद करीब 300 सीटें एनडीए के पास थी, इसके अलावा 3-4 क्षेत्रीय पार्टियों का साथ था। कुछ निर्दलीय भी पूरे कार्यकाल के दौरान साथ रहे। ये सब मिला लें तो करीब 400 पहुंच जाता है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्ष पूछता है कि मोदी 400 पार का क्या उपयोग करेगा। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि मोदी ने इन 400 का उपयोग धारा 370 हटाने, एससीएसटी आरक्षण 10 साल आगे बढ़ाने के लिए, आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति बनाने और महिला आरक्षण के लिए किया। उन्होंने कहा कि मोदी 400 सीटें क्यों मांग रहा है, ये देश को जानना जरूरी है। मोदी को ये सीटें चाहिए ताकि कांग्रेस और इंडी गठबंधन की हर साजिश को रोक सकें, ताकि कांग्रेस कश्मीर में धारा 370 वापस ना ले आए। कांग्रेस अयोध्या में राममंदिर पर ‘बाबरी ताला’ ना लगा दे। कांग्रेस देश की खाली जमीन, द्वीप दूसरे देशों को उपहार के तौर पर ना सौंप दे, ताकि कांग्रेस एससी-एसटी और ओबीसी का आरक्षण वोट बैंक की भेंट ना चढ़ा दे।