देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में अधिकारियों के साथ चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुरक्षित और सुगम चारधाम यात्रा के लिए शासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सड़क मार्ग से ग्राउंड जीरो पर व्यवस्थाओं को देखें।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। इसके साथ ही उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील किया कि वे चारधाम यात्रा के लिए अपने रजिस्ट्रेशन की तारीख के अनुसार ही दर्शन के लिए आएं। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से मेडिकल चेकअप और मौसम के पूर्वानुमान के जानने के बाद ही चारधाम यात्रा पर आने के लिए अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि चारधाम यात्रा भी सुरक्षित हो और सभी श्रद्धालु भी स्वस्थ और सुरक्षित हों।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि चारों धामों में 31 मई तक वीआईपी दर्शन की व्यवस्था स्थगित रखी जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि चारों धामों में श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए प्रतिदिन जो क्षमता निर्धारित की गई है, उसके अनुसार ही श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए भेजा जाए। इसके साथ ही उन्होंने रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था को और मजबूत करने की बात कही। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं का चार धाम यात्रा हेतु रजिस्ट्रेशन होने पर ही चेक प्वाॅइंट से आगे जाने दें। परिवहन विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग को संयुक्त रूप से चेक पोस्ट पर चेकिंग करने के निर्देश दिए। आगामी तीन दिनों तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन रोकने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित हो कि चार धाम यात्रा नियमों के अनुरूप ही चले। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि चारधाम के सभी मार्गों के एंट्री प्वाॅइंट एवं विकासनगर, यमुना पुल क्षेत्र, धनौल्टी, सुवाखोली में भी सख्ती से चेकिंग की व्यवस्था सुनिश्चित हो। इन स्थलों पर यात्रियों की सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा से जुड़े जनपदों रूप्रदप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी के जिलाधिकारियों से वर्चुअल माध्यम से यात्रा से सबंधितन व्यवस्थाओं की जानकारी ली और शासन स्तर से चारधाम यात्रा के दृष्टिगत सबंधित जिलाधिकारियों को जो भी सहयोग की आवश्यकता है, उसके बारे में जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं से संबंधित सभी जानकारियां लोगों तक स्पष्ट रूप से पहुंचाई जाएं। इसके लिए शासन के वरिष्ठ अधिकारी प्रतिदिन मीडिया ब्रीफिंग करें। यात्रा से संबंधित सभी जानकारियां लोगों तक पहुंचाने के लिए मीडिया की मदद लें। अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान भीड़ प्रबंधन और यात्रा प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिये कि वे यातायात प्रबंधन और भीड़ प्रबंधन के लिए स्वयं स्थलीय निरीक्षण करें और चारों धामों में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी जाये। सभी अधिकारी सहयोगी के रूप में अपने दायित्वों का निर्वहन करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा प्रदेश की लाइफलाइन है। यह यात्रा राज्य की आर्थिकी से भी जुड़ी है। जिस तेजी से चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हो रही है, हम सबका दायित्व है कि यात्रा को सुगम और सरल बनाने में सभी मिलकर सहयोगी बनें। व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों से जुड़े सभी जनपद यात्रा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए समन्वय के साथ कार्य करें। मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं से अपेक्षा की है कि वे चार धाम की यात्रा में स्वास्थ्य मानकों के अनुसरण पर भी ध्यान दें। –आईएएनएस पीएसके/सीबीटी