लखनऊ- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गाजीपुर क्षेत्र में पिछले दिनो सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी की पत्नी की हत्या के मामले में पुलिस ने मंगलवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से लूट का माल बरामद किया है।
पुलिस उपायुक्त (उत्तरी) अभिजीत आर शंकर ने बताया कि इंदिरा नगर क्षेत्र में स्थित एक अपार्टमेंट में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी देवेंद्र दुबे की पत्नी मोहिनी की पिछले दिनों हत्या कर दी गयी थी और घर में रखे जेवरात और नकदी लूट लिये गये थे। इस सिलसिले में पुलिस ने जांच के बाद रिटार्यड आईएएस के कार चालक अखिलेश यादव, उसके भाई रवि यादव और साथ रंजीत को आज गिरफ्तार कर लिया और उनकी निशानदेही पर लूटे गये करीब एक करोड़ रूपये के जेवरात और अमेरिका समेत कुछ अन्य देशों की करेंसी बरामद की है।
उन्होने बताया कि लूटे गये डीवीआर की बरामदगी के लिये पुलिस अखिलेश के साथ उसके बताये स्थान पर गयी जहां अखिलेश ने पहले से ही बैग में छिपाये गये तमंचे से पुलिस पार्टी पर फायर किया गया, जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि आईएएस अधिकारी की पत्नी की हत्या के खुलासे के लिये छह पुलिस टीमों का गठन किया गया था। जांच में पता चला कि म़ृतका अंजान लोगों के लिये घर के दरवाजे नहीं खोलती थी और यहीं से पुलिस को लीड मिली कि इस वारदात में कोई पहचान का आदमी शामिल है।
जांच में पता चला कि अखिलेश और रवि रिटायर्ड आईएएस के घर में काम करते थे और उन्हे घर में रखे जेवरात वगैरह की जानकारी थी। कर्ज में दबे अखिलेश ने आईएएस अधिकारी के घर लूट की योजना बनायी और इसमें उसने भाई रवि और साथी रंजीत को शामिल किया। योजनाबद्ध तरीके से रविवार को रवि सेवानिवृत्त अधिकारी को गोल्फ खेलने के लिये कार में ले गया जिसके बाद स्कूटी में सवार अखिलेश साथी रंजीत को साथ लेकर उनके घर पहुंचा और मृतका को काम दिलाने का निवेदन किया। दरवाजा खुलने के बाद रंजीत ने पहले मृतका के पांव छुये और उनके पलटते ही एक ने पेचकस से उन पर वार किया और रस्सी से उनका गला घोंट दिया। हत्या को अंजाम देने के बाद दोनो ने अल्मारियों से हीरे जेवरात और विदेशी करेंसी अपने बैग में भर ली और जाने से पहले डीवीआर वगैरह भी खोल लिये ताकि उनकी पहचान न हो सके।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि वारदात के बाद अखिलेश और रवि रिटायर्ड आईएएस के साथ रहते थे और पुलिस की जांच गतिविधि में निगाह रखते थे। शक के आधार पर पुलिस ने अखिलेश काे उठाया और उसके बाद हत्या के कारणों की परत खुलती चली गयी।
उन्होने बताया कि पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर लूटा गया माल बरामद कर लिया है। तीनो को रिमांड में लेकर पूछताछ की जायेगी।