गाजियाबाद। शहर को नए मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) सेंटर की सौगात मिलेगी। बहरामपुर में बनाए गए 50 टीपीडी (टन प्रति दिन) कचरा निस्तारण क्षमता वाले इस सेंटर को आगले माह शुरू करने की योजना नगर निगम बना रहा है। अब यहां पर सिर्फ मशीनों के आने का इंतजार किया जा रहा है, जो कूड़ा निस्तारण में सहायक होंगी। इस सेंटर पर ठोस अपशिष्ट के निस्तारण के साथ पॉलिथीन, कागज व लोहा सहित अन्य सामान को अलग कर उसे पुनर्चक्रण के लिए एकत्र किया जाएगा।
निगम क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण एक बड़ी समस्या है। हालाकि, कचरा निस्तारण के लिए रेत मंडी में 200 टीपीडी क्षमता का एमआरएफ प्लांट पहले ही संचालित है। सेंटर के सफल संचालन और अनुरक्षण के लिए इंडियन पॉल्यूशन कंट्रोल सिस्टम जिम्मा दिया हुआ है। अब चुनावी आचार संहित हटने के बाद नए एमआरएफ प्लांट की शुरुआत के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
महापौर सुनीता दयाल ने बताया कि गाजियाबाद नगर निगम कचरा निस्तारण की समस्या के समाधान के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इसी का नतीजा है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में गाजियाबाद ने एक बार फिर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। नगर निगम की सीमा के अंतर्गत 100 वार्डों में डोर टू डोर कचरा प्रबंधन के लिए 350 नए वाहनों का संचालन शुरू कर दिया गया है। आचार संहिता हटने के बाद आवश्यक मशीनों की खरीद का सेंटर का संचालन शुरू किया जाएगा।