मुजफ्फरनगर-जिले में उद्योग लगाने वाले उद्योगपतियों से तत्कालीन सांसद हिस्सा मांगते थे, हिस्सा न देने पर फर्जी मुकदमे लगवाते थे, खुद संजीव बालियान से भी उगाही करने की कोशिश की गई थी जिसके कारण ही उन्होंने राजनीति में आने का निर्णय लिया था और पूर्व सांसद को चेतावनी दी थी कि तुम्हारी बुद्धि ठीक कर दूंगा।
यह रहस्य उद्घाटन मुजफ्फरनगर के पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ संजीव बालियान ने आर्शीवाद बैंक्विट हॉल में आयोजित एक सभा में खुद किया। डॉक्टर बालियान ने बताया कि जब वह हरियाणा से इस जिले में लौटकर आए थे तो उन्होंने उद्योग स्थापित करने की शुरुआत की थी तो 2009 से 2011 के बीच के सांसद नए उद्योगों से वसूली करते थे।
उन्होंने बताया कि उनसे भी वसूली की कोशिश की गई थी,तत्कालीन सांसद की वसूली से तंग आकर जब वे अपनी पार्टी के और अपने समुदाय के नेताओं से मदद मांगने गए तो वे उनसे भी बड़े चोर निकले, उन्होंने भी फोन करने के बदले में पैसे मांगने शुरू कर दिए।
पूर्व सांसद ने बताया कि वे तत्कालीन सांसद को कह दिया था कि तुम्हारी बुद्धि ठीक करूंगा इसीलिए मैं राजनीति में आ रहा हूं। आपको बता दें कि 2014 में डॉक्टर बालियान के सांसद बनने से पूर्व 2007 से 2014 के बीच बहुजन समाज पार्टी से कादिर राणा सांसद थे। 2014 के चुनाव में कादिर राणा को ही हराकर संजीव बालियान पहली बार सांसद बने थे।
कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री ने यह भी कहा कि अपनी किसी कमी की वजह से ही उन्हें हार मिली है। उस कमी को दूर करूंगा और कार्यकर्ताओं के बीच रहूंगा। संजीव बालियान ने कहा कि एक जमाने में जिले में अपराधियों का बोलबाला था। प्रदेश में भाजपा के सत्ता में आने के बाद ही अपराधियों पर अंकुश लगा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है।
उन्होंने कहा कि जिले की जनता ने दो बार सेवा का अवसर दिया। जनता के आशीर्वाद से केंद्र में मंत्री बने। दस साल में सड़क से लेकर हाइवे, रेल लाइन से लेकर स्टेशन तक बनवाए हैं। विद्युत आपूर्ति 24 घंटे कराई। इसके बाद भी चुनाव में हार हुई है। वह इस हार को स्वीकार करते है। कार्यकर्ताओं ने दिन-रात मेहनत कर साथ दिया। मेरे अंदर कोई कमी रही होगी, उस कमी को दूर करूंगा, कार्यकर्ताओं के बीच रहूंगा।
कार्यक्रम में राज्य मंत्री कपिलदेव अग्रवाल, जिलाध्यक्ष डॉ सुधीर सैनी, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल, चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप, पूर्व जिलाध्यक्ष देवव्रत त्यागी, रूपेंद्र सैनी, पूर्व विधायक मिथलेश पाल, राजीव गर्ग, अक्षय पुंडीर, श्रीमोहन तायल, अचिंत मित्तल, सुनील दर्शन, गौरव स्वरूप, पवन अरोरा आदि ने विचार रखे।