Friday, April 18, 2025

10 वर्षों से लगातार लोकतंत्र, संविधान की हत्या करने वालों को आपातकाल पर बोलने का हक नहीं – कांग्रेस

वाराणसी। केंद्र सरकार ने 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ घोषित किया है। गृह मंत्री अमित शाह ने बीते शुक्रवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। सरकार ने इसका नोटिफिकेशन भी जारी किया है। सरकार के इस अधिसूचना पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। शनिवार को वाराणसी महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे ने केंद्र सरकार के इस आदेश की आलोचना की।

उन्होंने कहा कि देश में आज के लगभग 50 वर्ष पूर्व 1975 में आपातकाल देश के लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए लगा था। उसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री हुए लेकिन उन्होंने कभी भी आपातकाल का जिक्र नहीं किया। यहीं नहीं 10 वर्षों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आपातकाल पर कभी चर्चा तक नहीं किया। और अब संविधान हत्या दिवस की अधिसूचना जारी की है, जबकि भाजपा सरकार हर दिन संविधान व लोकतंत्र की हत्या कर रही है। निश्चित रूप से आज देश में 10 वर्षों से अघोषित आपातकाल लागू है, जिस पर खुली बहस होनी चाहिए।

 

चौबे ने कहा कि आपातकाल के समय जब नरेन्द्र मोदी व अमित शाह का कहीं आता पता नहीं था। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आपातकाल के समय मात्र 3 वर्ष के थे, इन्हें आपातकाल पर बोलने का कोई हक नहीं है। आज जब कांग्रेस के नेता राहुल गांधी सड़क से लेकर संसद तक लोकतंत्र, संविधान बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे है। इससे आम जनमानस में उनकी स्वीकार्यता व लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ रही हैं। इससे भाजपा और संघ खेमे की की बौखलाहट बढ़ रही है। इसी बौखलाहट का नतीजा है कि संविधान हत्या दिवस की अधिसूचना जारी किया जा रहा है। आज युवाओं को आपातकाल का हिसाब नहीं, वर्तमान की मंहगाई, बेरोजगारी, पेपर लीक, निजीकरण का निदान चाहिए।

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