किसी भी व्यक्ति के कद का छोटा होना भले ही उसके दु:खी होने का स्थाई कारण हो एवं कद के छोटा होने को लेकर उसे सदैव शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता हो किंतु इनके साथ कुछ अच्छाइयां भी होती हैं।
वे संतोषी होते हैं। कम गुस्सा करते हैं एवं कोई बड़ा जोखिम भी नहीं उठाते हैं किंतु कभी पीछे भी नहीं हटते हैं।
इनकी उम्र का पता लगा पाना कठिन होता है। इनकी त्वचा पर झुर्रियां कम पड़ती हैं। ये दीर्घजीवी भी होते हैं किंतु इनके हृदय पर खतरा रहता है। यही एक दुखद पहलू इनकी अच्छाइयों के साथ जुड़ा होता है।
ये वंशानुगत एवं हार्मोनल गड़बड़ी के कारण कम ऊंचे होते हैं। शोधकर्ताओं का मानना है कि इनकी कद काठी के कारण हृदय रोग का होना एक महत्त्वपूर्ण कारक माना जाता है जिनके चलते वे पूर्ण आयु न जी कर जल्दी काल कवलित होते हैं।
-सीतेश कुमार द्विवेदी