लखनऊ। उत्तर प्रदेश की दस राज्यसभा सीटों के लिए मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जैसे ही मतगणना शुरू हुई, वैसे ही बवाल हो गया। इस कारण से मतगणना रोकी गई। कुछ देर के बाद फिर से मतगणना शुरू हो गई।
सपा प्रवक्ता और पोलिंग एजेंट उदयवीर सिंह ने कहा कि विधायक दूधराम और नीलू पटेल का वोट दूसरे से डलवाया गया, इस पर हमें आपत्ति है। सपा ने दोनों आपत्तियों का समाधान होने तक आयोग से मतगणना को आगे नहीं बढ़ाए जाने का अनुरोध किया है।
सपा की दूसरी आपत्ति यह है कि विधायक दूधराम का वोट किसी की मदद से कैसे पड़ गया। सपा ने विधायक नील रतन के मतदान पर भी आपत्ति जताई है।
अपना दल की विधायक नील रतन सिंह नीलू एंबुलेंस से वोट डालने पहुंची थी, जिस पर सपा ने आपत्ति जताई है।
सपा के बागी विधायक अभय सिंह ने कहा कि मतदान की प्रक्रिया पूरी पारदर्शी ढंग से हुई है। सारे नियम कानून के तहत काम हो रहा है। हमने वोट अपने मन से दिया। राम मंदिर बना, दर्शन के लिए सभी को विधानसभा अध्यक्ष ने सामूहिक आमंत्रण दिया। लेकिन, सपा ने रोका, यह अच्छी बात नहीं है।
अमेठी विधायक राकेश सिंह ने कहा कि लाठी-डंडे खाने के लिए कार्यकर्ता हैं। जब पद देने की बात आती है तो बाहरी को मिलता है। कहां का न्याय है। इसी कारण हमने अपने अंतरात्मा की आवाज सुनकर वोट किया है।
राज्यसभा के लिए उत्तर प्रदेश की 10 सीटों के लिए मतदान की प्रक्रिया पूरी हो गई है। यूपी में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए बीजेपी के आठ, सपा के तीन प्रत्याशी मैदान में हैं। कहा जा रहा है कि समाजवादी पार्टी के सात विधायकों ने क्रॉस वोट किया है, जबकि एक विधायक वोट डालने ही नहीं पहुंचीं।